प्रतापगढ़ मामूली विवाद को लेकर लाठी-डंडे से पीटकर व्यापारी की गई हत्या, विरोध में बंद रहा बाजार
प्रतापगढ़ कोहंड़ौर थाना क्षेत्र के अतरसंड में बृहस्पतिवार की रात मामूली विवाद में कारोबारी सईद उर्फ चांद बाबू (30) की घर में घुसकर पड़ोसियों ने लाठी-डंडे से पीट पीटकर हत्या कर दी। इससे पहले घायलावस्था में अस्पताल जाते वक्त रास्ते में एंबुलेंस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। एक निजी अस्पताल में चिकित्सक ने सईद को मृत घोषित कर दिया। शव घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। घटना से नाराज व्यापारियों ने सुबह दुकानें बंद कर विरोध जताया। अतरसंड गांव निवासी मोहम्मद सईद उर्फ चांद बाबू की मदाफरपुर में इलेक्ट्रॉनिक की दुकान है। सप्ताह भर पहले पड़ोसियों से मामूली बातचीत को लेकर विवाद हो गया था। बृहस्पतिवार की शाम फिर कहासुनी हुई थी। रात करीब साढ़े नौ बजे एक निमंत्रण से घर लौटने पर हमलावरों ने घर में घुसकर सईद पर लाठी-डंडे व बैट से हमला कर दिया। बेटे को बचाने दौड़े पिता को भी मारने के लिए दौड़ा लिया। महिलाओं ने उन्हें कमरे में बंद कर लिया। गांव के लोगों के दौड़ने पर हमलावर पीछे हटे। घटना की जानकारी पुलिस को देने के बाद परिजन घायल सईद को लेकर सीएचसी कोहड़ौर पहुंचे।
अस्पताल में चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। वहां से भी प्रयागराज स्थित एसआरएन अस्पताल भेज दिया गया। सोरांव के करीब एंबुलेंस एक बोर्ड से टकरा गई। जिससे एंबुलेंस में सवार पिटाई से घायल सईद का भतीजा नफीस चोटिल हो गया। ईएमटी व चालक बच गए। घायलों को सोरांव स्थित निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने गंभीर रूप से घायल सईद का परीक्षण करने के बाद मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर परिजन सोरांव पहुंचे और शव लेकर शुक्रवार की सुबह घर लौटे। शव पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। परिजन रोने बिलखने लगे। आक्रोशित परिजन मौके पर पहुंची पुलिस को खरीखोटी सुनाने लगे। थानाध्यक्ष ने किसी तरह सभी को समझा बुझाकर शांत कराया। मृतक सईद के पिता इदरीश की तहरीर पर पुलिस ने पड़ोसी अख्तर, अफसर और सुहैल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। शाम को शव को गांव के ही कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक कर दिया गया। कोहड़ौर थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपी भोर में बोलेरो से भागे हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
मृतक के पिता इरशाद के अनुसार तीन दिन पहले मंगलवार को मदाफरपुर बाजार में रोजा इफ्तार व सहरी खिलाने में चंदे के मामले को लेकर सईद की अख्तर से भिड़ंत हुई थी। लोगों ने बीचबचाव कर विवाद खत्म कर दिया था। बाजार के लोगों के अनुसार पिछले जुमे की नमाज के बाद सईद ने अख्तर से कहा कि तुम मरी मछली लाए थे। उसे जिंदा खाया जाता है। इस बात पर भी उनके बीच विवाद हुआ था। दो वर्ष पहले संपन्न पंचायत चुनाव के बाद सईद ने प्रधान बनने के लिए मेहनत शुरू कर दी थी। पिता की सीमेंट-रेता का कारोबार है। भाई ने बाजार में ही टाइल्स की दुकान खोल रखी है। इतना ही नहीं दो नए ट्रैक्टर भी लाया था। जिससे लोगों का खेत केवल डीजल पर ही जोत रहा था। मगर उसका सपना पूरा नहीं हो सका। सईद अपने भाई व बहन में सबसे बड़ा था। पति का शव देख पत्नी चांदनी बानो बेहोश हो जा रही थी। हर कोई बेटे हसनैन, बेटी मरियम व छोटे बेटे अहमद व रजा को ही निहार रहा था। सभी अपने पिता के शव से लिपटकर रोते रहे। मां व पिता भी बेटे की हत्या से टूट चुके हैं।