हत्या के आरोप में नैनी जेल में बंद कैदी ने लगाई फांसी, बंदी रक्षक निलंबित
जिला जेल नैनी में हत्या के मामले में बंद बंदी अफरोज पुत्र अफसर ने जिला जेल परिसर में स्थित अस्पताल की खिड़की में गमछे से लगाई फांसी। गंभीर हालत में जेल सिपाही उसे स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय स्थित ट्रामा सेंटर ले गए, यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक बंदी नैनी के इंदलपुर गांव का रहने वाला था। बीते 7 जून 2024 को नैनी पुलिस ने जिला जेल में हत्या के मामले में कराए था दाखिल। मृतक की दो दिनों से तबीयत खराब थी, शुगर लेवल लो होने के कारण उसे जेल के अंदर अस्पताल में कराया गया था भारती। घटना में जेल प्रशासन द्वारा अस्पताल में लगे सिपाही अमित सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
बंदी के परिजनों के आरोपों की जांच करेगा जेल प्रशासन…
शनिवार को जिला जेल की अस्पताल बैरक में फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले बंदी अफरोज 25 पुत्र अफसर के परिवार वालों के आरोप की जांच जेल प्रशासन करेंगे। रविवार को बंदी को तीन डॉक्टरों के पैनल में वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम में मौत का कारण हैंगिंग आया है। पोस्टमार्टम के बाद देर शाम बंदी का शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। परिजनों ने पास स्थित कबिस्तान में शव को सुपुर्द ए खाक कर दिया।
बता दे कि नैनी थाना क्षेत्र के इंदलपुर निवासी 25 वर्षीय अफरोज पुत्र अफसर को हत्या के प्रयास के मामले में बीते सात जून को नैनी पुलिस ने जिला जेल में दाखिल कराया था। बृहस्पतिवार को तबीयत खराब होने पर उसे जेल के अस्पताल बैरक में इलाज के लिए रखा गया था।
शनिवार दोपहर तीन बजे अफरोज ने पैजामेे के नाड़े से अस्पताल की सीढ़ी पर लगी खिड़की पर फंदा बनाकर लटक, जिससे उसकी मौत हो गई थी। बंदी की मौत के बाद उसके परिवार वालों ने वादी मुकदमा के रिश्तेदारों द्वारा जेल में उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। मामले में जेल प्रशासन ने अस्पताल बैरक में तैनात बंदी रक्षक अमित सिंह को निलंबित कर दिया था। वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दुबे ने बताया कि बंदी की मौत की न्यायिक जांच कराई जाएगी।