रघुराज प्रताप सिंह “राजा भईया” 14 मई को खोलेंगे पत्ता, राजभवन बेंती कुंडा में बुलाई पार्टी पदाधिकारियों की बैठक
प्रतापगढ़। राजा भैया ने जनसत्ता दल के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि बैठक के बाद राजा भईया बीजेपी को समर्थन का ऐलान कर सकते हैं। लोकसभा चुनाव- 2024 के चौथे चरण का मतदान कल यानी 13 मई को है। इसको लेकर अब प्रचार थम चुका है। सभी पार्टियां पांचवें चरण के प्रचार में जुटी हुई हैं। इसी क्रम में राजा भइया आज शाम पांच बजे अपने पत्ते खोलने जा रहे हैं। राजा भैया ने जनसत्ता दल के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि बैठक के बाद राजा भईया बीजेपी को समर्थन का ऐलान कर सकते हैं।
आज यानि रविवार को गृह मंत्री अमित शाह कुंडा के हीरागंज इलाके में थे और उन्होंने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। राजा भईया पिछले दिनों अमित शाह से मिले थे। विनोद सोनकर जो कौशाम्बी संसदीय सीट से भाजपा से तीसरी बार उम्मीदवार हैं। राजा भईया उनके लिए वोट मांगने निकल सकते हैं। दो दिनों से इस बात की चर्चा रही कि भाजपा के चाणक्य अमित शाह की जनसभा में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भईया मंच साझा कर अपने दल का समर्थन भाजपा को देने का ऐलान कर सकते हैं। परन्तु जनसभा में ऐसा न हो सका और सारे कयास और अटकलों पर विराम लग गया।
राजा भईया की भाजपा चाणक्य अमित शाह से नहीं बनी बात ! अभी फंसा है, कोई पेंच
उत्तर प्रदेश में पांचवे चरण के चुनाव में कौशांबी लोकसभा सीट पर मतदान होगा। इस सीट के अंतर्गत दो विधानसभा सीट कुंडा और बाबागंज प्रतापगढ़ जिले में आती हैं। कुंडा सीट से जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भईया विधायक हैं। 12 मई, 2024 को भाजपा उम्मीदवार विनोद सोनकर के समर्थन में कुंडा विधानसभा क्षेत्र के हीरागंज बाजार में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जनसभा को संबोधित किया।
पिछले कई दिनों से यह कयास लगाया जा रहा था कि अमित शाह के साथ राजा भईया मंच साझा करेंगे। 3 मई, 2024 को बेंगलुरू में अमित शाह और राजा भईया के बीच मुलाकात हुई थी । यह खबर सामने आने के बाद इस बात की संभावना और अधिक हो गयी थी कि अमित शाह की सभा में राजा भईया शामिल होकर मंच साझा करेंगे। इससे भी अधिक संभावना तब बढ़ गई जब 12 मई की सुबह 8 बजे राजा भईया लखनऊ से बेंती अपने महल में आ पहुंचे।
कार्यकर्ता राजा भईया के इशारे का इंतजार करते रहे, पर उनकी ओर से कोई इशारा नहीं किया गया। अमित शाह आये, जनसभा की और चले भी गये। जनसभा में उन्होंने राजा भईया के नाम तक का भी जिक्र नहीं किया। राजा भईया की ओर से अचानक 14 मई, 2024 की शाम पांच बजे बेंती कोठी में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाये जाने की अधिकृत जानकारी सामने आयी है। इस बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा किये जाने की बात कही गयी है। हो सकता हो पीएम मोदी अथवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंच साझा करने पर सहमति बनी हो। क्योंकि पांचवें चरण के चुनाव 20 मई से पहले अभी जिले में पीएम् और सीएम दोनों के आयोजन होने हैं।
इन घटनाक्रमों से यह साफ हो गया है कि राजा भईया और अमित शाह के बीच बात बनने में कोई समस्या आड़े आ रही है। अब राजा भईया के पास दो ही विकल्प हैं। एक तो वह लोकसभा चुनाव में खामोश रहें अथवा फिर किसी दल के उम्मीदवार का समर्थन करें ! क्योंकि इस बार पार्टी की ओर से उन्होंने किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया है। अब देखना है कि 14 मई को बैठक में क्या निर्णय लिया जाता है, लोगों की नजर उस पर टिक गयी है। जनसत्ता दल लोकत्रांतिक में जो निर्णय होता है वह सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भईया का होता है। पार्टी पदाधिकारियों को सिर्फ लिए गए निर्णय से अवगत करा दिया जाता है।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि राजा भईया के मन में कहीं न कहीं जनमानस के प्रति एक हिचकिचाहट और संकोच का मनोभाव दिख रहा है कि यदि वह भाजपा का समर्थन खुलेआम करते हैं तो उनके राजनीतिक भविष्य पर इसका असर पड़ेगा ? इसी उहापोह में राजा भईया, भाजपा को समर्थन देने के निर्णय में दो कदम आगे तो तीन कदम पीछे होते नजर आ रहे हैं। फ़िलहाल अभी राज्य सभा के चुनाव में राजा भईया ने खुलेआम भाजपा उम्मीदवार को वोट देकर उसे जिताने का कार्य किया था। लोकसभा चुनाव-2024 में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक से उम्मीदवार न खड़ा करना भी कहीं न कहीं भाजपा को मौन समर्थन देने की दिशा में मुहर लगाकर पुष्टि करता है।