RSS कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला राज मोहम्मद तमिलनाडु में गिरफ्तार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अलीगंज स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। राजधानी की मड़ियांव पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन से अभियुक्त राज मोहम्मद को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त राज मोहम्मद ने व्हाट्सएप के जरिए RSS के 6 अलग-अलग कार्यलाओं को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। पुलिस की सर्विलांस टीम ने अभियुक्त की लोकेशन ट्रेस कर गिरफ्तारी कराई। देश में ऐसे लोगों से निपटने के लिए अलग से कानून और अदालत की ब्यवस्था होनी चाहिए और ऐसे अपराधियों के खिलाफ सिर्फ छः माह में आरोप तय कर सजा का प्राविधान होना चाहिए। तभी ऐसे लोगों से निजात मिल सकती है।
राजधानी लखनऊ के अलीगंज सेक्टर-एन निवासी डॉ. नीलकंठ मणि तिवारी के मुताबिक वह सुल्तानपुर स्थित एक महाविद्यालय में प्रोफेसर हैं। वे अलीगंज सेक्टर-क्यू स्थित संघ के कार्यालय से भी जुड़े हैं और पुराने स्वयंसेवक भी हैं। उन्होंने बताया कि रविवार दोपहर उन्हें व्हाट्सएप पर तीन भाषाओं हिंदी, कन्नड़ और अंग्रेजी में एक संदेश आया। इसमें दिए गए लिंक को खोलकर ग्रुप से जुड़ने के लिए कहा गया था, लेकिन नंबर विदेश का होने से उन्होंने लिंक नहीं खोला। इसके बाद तीन और मैसेज भेजे गए। इसमें यूपी व कर्नाटक के छह स्थानों को रविवार रात आठ बजे बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इसमें अलीगंज के सेक्टर क्यू स्थित संघ का कार्यालय व उन्नाव के नवाबगंज कार्यालय का जिक्र भी था।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और इसकी विवेचना में एटीएस को भी लगाया। पुलिस और एटीएस की संयुक्त टीम ने साइबर सेल की मदद से अभियुक्त की लोकेशन तमिलनाडु के पुदुकोट्टाई जिले की रामलिंगम स्ट्रीट में मिली। इसके बाद तमिलनाडु पुलिस के अफसरों से संपर्क कर अभियुक्त को हिरासत में लिया गया। इसके बाद यूपी एटीएस की टीम फ्लाइट से तमिलनाडु पहुंची जहां अभियुक्त से पूछताछ की जा रही है। इस मामले में पूछताछ की जा रही है। सवाल उठता है कि आखिर ऐसे विचार रखने वाले लोग करना क्या चाहते हैं ? कहने के लिए ये देश में अल्पसंख्यक हैं और कार्य इनके सारे अनैतिक होते हैं। जबकि इनकी आबादी वर्तमान में 30 करोड़ से अधिक है। जितनी पाकिस्तान की आबादी है उतनी आबादी भारत में मुसलमानों की हो चुकी है। फिर भी ये अल्पसंख्यक बने रहना चाहते हैं और उसी की आड़ में राष्ट्र विरोधी घृणित कार्य ऐसे ही करते रहेंगे।