राज्यसभा चुनाव:अखिलेश यादव का संदेश लेकर राजा भइया के घर पहुंचे नरेश उत्तम,मांगा समर्थन
लखनऊ। कांग्रेस से खटास स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी छोड़ने और पल्लवी पटेल के बिदकने के बाद राज्यसभा चुनाव में अपने तीसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अब नए सहयोगी की तलाश में जुट गए हैं।इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भइया के पास भेजा।नरेश उत्तम ने राज्यसभा चुनाव में राजा भइया का समर्थन मांगा और अखिलेश से बात भी कराई। दोनों नेताओं के बीच मोबाइल पर काफी देर बात हुई।
सूत्रों के मुताबिक अचानक ही राजा भइया के आवास पर पहुंचे नरेश उत्तम ने राज्यसभा में समर्थन देने का अनुरोध करने के साथ ही लोकसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा भी की। बातचीत के दौरान राजा भइया और नरेश उत्तम ने साथ भोजन भी किया।चर्चा के दौरान राजा भइया ने मुलायम सिंह यादव के साथ सियासी सफर का जिक्र किया। राजा भइया ने कहा कि अपने राजनैतिक जीवन का अधिकांश हिस्सा तो उन्होंने सपा को ही दिया है। नेता जी ने भी उन्हें उसी तरह सम्मान दिया था। पर उत्तम के प्रस्ताव पर राजा भइया ने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। नरेश उत्तम पटेल लगभग एक घंटे तक उनके आवास पर रहे और दोनों के बीच आगे की सियासत को लेकर खूब चर्चा भी हुई, लेकिन सपा को राजा भइया का समर्थन मिलेगा या नहीं, इस पर कोई नेता मुंह खोलने को तैयार नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक सपा के साथ जनसत्ता दल के साथ गठबंधन को लेकर विस्तार से बातचीत भी हुई है। अखिलेश यादव ने भी फोन पर पुरानी बातें भूलकर नए सिरे से सियासी रिश्ते सुधारने का संकेत दिया है। इसलिए संभव है कि जल्द ही अखिलेश यादव और राजा भइया की मुलाकात हो सकती है। माना जा रहा है कि सपा के विधायकों की संख्या और पल्लवी पटेल की नाराजगी के बाद राज्यसभा चुनाव में सपा की चुनौती बढ़ गई है। इसे देखते हुए ही अखिलेश यादव ने डैमेज कंट्रोल के तहत राजा भइया से दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए उन्हें साधने का प्रयास शुरू किया है।राजा भइया के पास दो विधायक हैं, एक तो कुंडा से वे खुद और दूसरे बाबागंज से विनोद सरोज। इसलिए अखिलेश चाहते हैं कि राजा भइया साथ आ जाएं तो उनकी चुनौती काफी हद तक कम हो सकती है।