रिटायर राजस्व निरीक्षक सेवालाल सरोज राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से क्षेत्र में भूमि की पैमाइश करके कर रहे हैं, धनादोहन
प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के जनपद प्रतापगढ़ में कुल पांच तहसीलें हैं और इन तहसीलों में कुंडा और लालगंज सहित पट्टी में सिर्फ एक राजनीतिक दरबार की हाजिरी लगा लेने मात्र से अधिकारियों पर राहु और केतु का असर भी एक तरह से निष्प्रभावी हो जाता है। सदर और रानीगंज की तहसील सामान्य श्रेणी में आती है और यहाँ सब धान बाईस पसेरी के भाव से ही बिकता है। रानीगंज और पट्टी में सपा के विधायक है और उनकी पकड़ तहसील के अधिकारीयों पर न के बराबर रहती है। पट्टी तहसील में पूर्व मंत्री मोती सिंह भले ही विधानसभा चुनाव-2022 में शिकस्त खाकर सत्ता में भागीदारी नहीं पा सके, परन्तु पट्टी विधानसभा क्षेत्र में विधायक निर्वाचित न होते हुए भी आज भी उन्हीं की हुकूमत चलती है। थाने पर थानेदार कौन होगा ? तहसील पर एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार कौन होगा ? सर्किल पर सीओ कौन होगा ? ब्लॉक पर खंड विकास अधिकारी कौन होगा ? किसे ठेका मिलेगा ? ये सारे निर्णय आज भी पूर्व मंत्री मोती सिंह के इशारे पर ही तय होता है।
पट्टी तहसील में वही होता है जो पूर्व मंत्री मोती सिंह चाहते हैं। ऐसे में पूर्व मंत्री मोती सिंह के सामने सपा विधायक राम सिंह पटेल महज ढक्कन बनकर रह गए हैं। विधायक रहकर भी वह अपना एक अदद काम नहीं करा सकते तो क्षेत्र की जनता का काम क्या खाक करायेंगे ? पट्टी तहसील में राजस्व अधिकारियों की कारस्तानी की एक बानगी देखने को मिली जो एकाएक हजम नहीं हुई। प्रमोशन के बाद राजस्व निरीक्षकों की भरमार हो गई, फिर भी पट्टी तहसील में कंधई मधुपुर और मदाफरपुर क्षेत्र तैनात राजस्व निरीक्षक सेवालाल सरोज और हल्का लेखपाल जसवंत सिंह दिनांक-31/01/2024 को अपने पद से अवकाश प्राप्त कर लिए, परन्तु क्षेत्र में कमाई के उद्देश्य से रिटायर होने के बाद भी भूमि की पैमाइश आदि का कार्य उनके द्वारा किया जा रहा है। उनके इस विधि विरुद्ध कार्य के खिलाफ कोई कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं कर रहा है।
इस समबन्ध में जिलाधिकारी प्रतापगढ़ संजीव रंजन और अपर जिलाधिकारी त्रिभुवन विश्वकर्मा, मुख्य राजस्व अधिकारी को फोन से इस सम्बन्ध में उनका पक्ष जानने की कोशिश किया तो किसी ने अपना फोन नहीं उठाया। एसडीएम पट्टी से इस सम्बन्ध में जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि यदि कार्य अवकाश प्राप्त राजस्व निरीक्षक सेवालाल सरोज और हल्का लेखपाल जसवंत सिंह द्वारा क्षेत्र में किया जा रहा है तो गलत है। जाँच कराकर कठोर कार्रवाई की जायेगी। सवाल उठता है कि राजस्व विभाग के अधिकारियों में इतनी हिम्मत कहाँ से आ जाती है जो अवकाश प्राप्त होने के बाद भी क्षेत्र में भूमि की पैमाइश करके जनता से धनदोहन करने में मस्त है और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। पट्टी विधानसभा में पूर्व मंत्री मोती सिंह जी हर क्षेत्र में दखल देते हैं, परन्तु अवकाश प्राप्त राजस्व निरीक्षक सेवालाल सरोज और हल्का लेखपाल जसवंत सिंह द्वारा क्षेत्र में किये जा रहे कार्य पर वह भी चुप्पी साधे हुए हैं।