निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह “गोपाल जी” को 7 साल की कैद और 10 हजार रूपये जुर्माना की सजा सुनाकर कोर्ट ने बताया कि राजा और रंक उसके लिए सब बराबर
धोखाधड़ी के मामले में एमपी-एमएलए की अदालत ने 23मार्च, 2022 को सुनाया निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह “गोपाल जी” के खिलाफ फैसला…
प्रतापगढ़। यूपी के प्रतापगढ़ जिले के निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी को एमपी-एमएलए कोर्ट ने सात साल की कैद और दस हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। अक्षय प्रताप सिंह को कोर्ट के आदेश पर 22 मार्च, 2022 को ही पुलिस ने न्यायिक हिरासत में ले लिया था। शाम को पुलिस की अभिरक्षा में जिला कारागार भेज दिया था। आज एमपी-एमएलए कोर्ट में सजा सुनाने से पहले निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी को जिला कारगार से कड़ी सुरक्षा के बीच लाया गया था। शाम 3:30 बजे एमपी-एमएलए कोर्ट के जज बलराम दास जायसवाल ने सजा सुनाई तो निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी के चेहरा फक पड़ गया। कचेहरी परिसर से लेकर सड़क तक समर्थकों की भीड़ जुटी रही। कल सजा सुनाने की तिथि बढ़ाने पर जनमानस में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई थी। परन्तु आज सजा की खबर सुनते ही सबके होश उड़ गए।
बता दें 15 मार्च, 2022 को प्रतापगढ़ के निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह “गोपाल जी” को गलत पते पर शस्त्र लाइसेंस बनवाने के मामले में चल रहे मुकदमें में कोर्ट ने दोषी करार दिया था। इस मामले में सजा पर बहस करने के लिए 22 मार्च की तिथि तय की गयी थी। 22 मार्च को बहस के बिन्दुओं पर विद्वान अधिवक्ताओं के बीच बहस हुई। इसके बाद कोर्ट ने अक्षय प्रताप सिंह को न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया था। 23 मार्च को इस मामले में फैसला सुनाये जाने की तिथि मुकर्रर की गयी थी। अदालत के आदेश पर निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह “गोपाल जी” को एक दिन के लिए जिला कारागार प्रतापगढ़ में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था और आज 23 मार्च, 2022 को अदालत में उन्हें पेश होने के लिए आदेशित किया गया था। दोपहर दो बजे के बाद न्यायालय ने अक्षय प्रताप सिंह को सात साल की कैद और दस हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई। सजा सुनाये जाने के दौरान जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया भी कोर्ट परिसर में मौजूद रहे।
एमएलसी पद के लिए किया है,नामांकन…
निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह ने 9 अप्रैल, 2022 को होने वाले विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन किया है। यह नामांकन उन्होंने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के उम्मीदवार के रुप में किया है। 22 मार्च, 2022 को हुई नामांकन पत्र की जांच में उनका नामांकन पत्र भी वैध पाया गया, जबकि भाजपा से उम्मीदवार हरि प्रताप सिंह ने आपत्ति की थी, जिसे रिटर्निंग ऑफिसर ने खारिज करते हुए नामांकन पत्र को वैध करार दिया।