राखी बांधने मायके जा रही थीं बहनें, बीच नदी में पलट गई नाव, 40 लोग नदी में डूबे 4 के शव निकाले गए, 2 दर्जन से ज्यादा लापता
बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में गुरुवार को यमुना नदी में नाव पलटने से बड़ा हादसा हो गया है। इस हादसे में 4 लोगों की जान चली गई।बांदा से फतेहपुर जा रही नाव पर क्षमता से अधिक करीब 40 लोग सवार थे। इनमें 20 से 25 महिलाएं बताई जा रही हैं। ये महिलाएं रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए मायके जा रही थीं। नाव हादसे में लापता 17 अन्य लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपेरशन फिर से शुरू हो गया है। नदी के किनारे लापता लोगों के परिजनों की भीड़ है। 18 घंटे से लापता को ढूंढ़ने की जंग जारी है। यमुना में गोताखोर भी उतारे गए हैं। अपनों की तलाश में बिलखते रहे लोग पुलिस ने बताया कि रक्षाबंधन पर्व पर समगरा गांव से महिलाएं और लोग बांदा जिले के मरका थाना क्षेत्र के यमुना घाट पर पहुंचे थे। यमुना घाट से दोपहर को करीब 40 लोगों से भरी एक नाव फतेहपुर जिले के जरौली घाट जा रही, तभी बीच नदी में तेज हवा का झोंका आने से नाव डगमगा कर पलट गई। अब तक चार लोगों के शव नदी से निकाले जा चुके हैं, जिनकी शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। करीब आठ लोग तैरकर बाहर आ गए जबकि 2 दर्जन से ज्यादा लापता हैं।
गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश की जा रही है। नाव डूबने की खबर मिलते ही आसपास के गांवों के लोगों की भीड़ घाट पर पहुंच गई। उन सबकी निगाहें उफनाती यमुना नदी पर टिकी रहीं। अपनों की तलाश में पहुंचे लोग बिलखते रहे। बीच नदी में पहुंची तो हिचकोले खाने लगी नाव एक चश्मदीद ने बताया कि हम अपने गांव से पत्नी को लेकर ससुराल खागा राखी बंधवाने के लिए जा रहे थे। जब नदी के किनारे पहुंचे तो सिर्फ एक ही नाव थी। दोपहर 3 बजे का समय था नदी पार जाने वालों की भीड़ ज्यादा थी। देखते देखते नाव में करीब 40 लोग सवार हो गए और कुछ मोटर साइकिल भी नाव पर रख दी गईं। आगे उन्होंने बताया कि नाव जब बीच नदी में पहुंची तो हिचकोले खाने लगी जिसके बाद लोग डर गए और इधर उधर खिसकने लगे। उन्होंने बताया कि इसी बीच एक तरफ लोगों की संख्या ज्यादा हो गई और नाव एक दम से पलट गई। कुछ लोग तो तैरने लगे, लेकिन महिलाएं और बच्चे डूबने लगे। देखते-देखते बीच धार में लोग बहते चले जा रहे थे। इसी बीच पास में आई एक दो नाव ने कुछ लोगों को खींचना शुरू कर दिया। इसी में मैं भी एक नाव पर चढ़ गया, लेकिन कई महिलाएं और बच्चे बह गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौके पर सरकार के दो मंत्री घटनास्थल पर तत्काल पहुंचने के दिए निर्देश, मृतक परिवारों को मिलेगा 4 लाख रुपये मुआवजा…
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संतप्त परिवार के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। बांदा नाव हादसे में सीएम योगी ने पीड़ितों की तत्काल मदद और राहत के निर्देश दिए। दो मंत्रियों रामकेश निषाद और राकेश सचान को घटनास्थल पर तत्काल पहुंचने के निर्देश दिए। इतना ही नहीं मृतकों के परिजनों को आपदा राहत कोष से प्रति मृतक 4 लाख रुपए की राहत राशि देने के लिये भी निर्देश दिए।डीएम अनुराग पटेल ने बताया कि तेज हवाओं की वजह से नाव अनियंत्रित होकर पलट गई।उ न्होंने बताया कि मृतकों में दो महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। मृतकों की सटीक संख्या अभी पता नहीं चल पाई है। 13 लोगों को बचा लिया गया है जबकि 17 लोग अब भी लापता हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।