एसपी प्रतापगढ़ अनिल कुमार ने लापरवाह बने 6 दरोगा और 21 कांस्टेबल को डायल- 112 में भेजकर दिया बड़ा संदेश
प्रतापगढ़। अपराध पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए जिले के पुलिस कप्तान अपने-अपने ढंग से कप्तानी करते हैं। पूर्व पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल भी नई-नई आजमाइश करते थे और उनके जाने के बाद प्रतापगढ़ की कमान सँभालने वाले पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ (Pratapgarh) डॉ अनिल कुमार ने भी जिले में मठाधीश किस्म के सिपाही और दरोगा को चिन्हित किया और उनकी छटनी करते हुए अलग-अलग थानों में तैनात 6 उप निरीक्षक और 21 कांस्टेबल को यूपी डायल 112 में स्थानांतरित कर दिया है। इसके अतिरिक्त और भी कई बदलाव डॉ अनिल कुमार जी ने किये हैं। एसपी कार्यालय से लेकर कैम्प और आवास पर दरबार लगाने की ब्यवस्था को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
माना जा रहा है कि यह उप निरीक्षक और कांस्टेबल अपने कार्यों में लापरवाही कर रहे थे। दंड स्वरुप उन्हें यूपी डायल 112 में भेज दिया गया है। ये बात सही भी है कि एक स्थान पर अधिक दिनों तक किसी भी खाकीधारी को रोका जायेगा तो वह निश्चित तौर पर गड़बड़ी करेगा और अपने कार्य में शिथिलता के साथ-साथ घोर लापरवाही भी करेगा। इसलिए समय-समय पर दरोगा और सिपाहियों को इधर से उधर हटाते रहना चाहिए। तभी कार्य में मन लगता है, अन्यथा कार्य में लापरवाही करना मानव स्वभाव में शामिल है। जगह बदलने से जनता के बीच दलाल किस्म के लोंगों से सेटिंग नहीं हो पाती। इससे कार्य में पारदर्शिता बनी रहती है और पुलिस की छवि साफ रहती है।
एसपी रहे सतपाल अंतिल पर आरोप लगा करता था कि वह तीन स्टार वाले इंस्पेक्टर को थाना का इंचार्ज न बनाकर दो स्टार वाले सब-इंस्पेक्टर को इंचार्ज बनाकर थाना चलाते थे। देखना होगा कि एसपी डॉ अनिल कुमार थाना पर इंस्पेक्टर से इन्चार्जी करवाते हैं कि उसमें भी बदलाव करते हैं। चूँकि इंस्पेक्टर के होते हुए सब-इंस्पेक्टर को थाना का इंचार्ज बनाना कई सवाल खड़े करते हैं। सबसे बड़ा सवाल कि क्या जिले में तैनात इंस्पेक्टर काबिल नहीं हैं ? यदि नहीं हैं तो उनकी सेवा समाप्त कर देना चाहिए और यदि काबिलियत है और उन्हें इग्नोर करते हुए सब-इंस्पेक्टर को थाना का इंचार्ज बनाया जाता है तो मामला और भी गंभीर हो जाता है। उस दशा में समूचे सिस्टम पर सवाल खड़ा होने लगता है।
ये हैं, उप निरीक्षक
- लाला भइया राम, थाना सांगीपुर से डायल यूपी-112
- अनूप कुमार, थाना आसपुर देवसरा से डायल यूपी-112
- विन्ध्यवासिनी सिंह, थाना फतनपुर से डायल यूपी-112
- जय प्रकाश सरोज, थाना महेशगंज से डायल यूपी-112
- रामजनम यादव, थाना अंतू से डायल यूपी-112
- हरिनाथ सिंह, थाना जेठवारा से डायल यूपी-112
ये हैं, कांस्टेबल
- जनार्दन यादव, थाना जेठवारा से डायल यूपी-112
- प्रदीप कुमार यादव, थाना जेठवारा से डायल यूपी-112
- राजकुमार खरवार, थाना फतनपुर से डायल यूपी-112
- सानुज, थाना फतनपुर से डायल यूपी-112
- जितेन्द्र प्रताप सिंह, थाना नवाबगंज से डायल यूपी-112
- अभिषेक सिंह, थाना नवाबगंज से डायल यूपी-112
- बलराज सिंह चौहान, थाना नवाबगंज से डायल यूपी-112
- जय प्रकाश, थाना पट्टी से डायल यूपी-112
- अवधेश शर्मा, थाना पट्टी से डायल यूपी-112
- संजय भारद्वाज, थाना पट्टी से डायल यूपी-112
- अजय सिंह, थाना देल्हूपुर से डायल यूपी-112
- लवकुश कुमार, थाना महेशगंज से डायल यूपी-112
- विजय कुमार, थाना रानीगंज से डायल यूपी-112
- मुकुल अग्रे, थाना सांगीपुर से डायल यूपी-112
- विकास यादव, थाना अंतू से डायल यूपी-112
- प्रदीप कुमार, थाना लालगंज से डायल यूपी-112
- आनन्द यादव, थाना लालगंज से डायल यूपी-112
- शिव नारायण, थाना कोतवाली नगर से डायल यूपी-112
- कन्हैया विश्वकर्मा, पुलिस लाइन से डायल यूपी-112
- सोनू यादव, थाना नवाबगंज से डायल यूपी-112
- प्रेमशीला देवी, थाना पट्टी से डायल यूपी-112