थानाध्यक्ष को फंसाने की रची साजिश में एसएसपी ने दरोगा व 2 सिपाही को किया सस्पेंड
उत्तर प्रदेश के इटावा में पूरी तरह से सख्त लहजा अपनाने वाले थानेदार को फंसाने की साजिश में दरोगा एवं दोनो सिपाहियों ने बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति को थाने के शौचालय के भीतर रख दिया और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अंबेडकर की मूर्ति शौचालय के भीतर रखे जाने के बाद मचे बवाल को लेकर कराई गई जांच में दोषी पाए गए दरोगा एवं दोनों सिपाहियों अब सस्पेंड कर दिया गया है। दरअसल बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष द्वारा सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया गया है। उन्होंने चौबिया थाना अध्यक्ष जयप्रकाश सिंह के ऊपर अंबेडकर साहेब की मूर्ति को थाने के शौचालय में रखे जाने का आरोप लगाते हुए एसएसपी को शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की थी। पूरे मामले में एसएसपी ने जब एएसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह को मामले की जांच सौंपी तो इस साजिश में थाने के दरोगा धर्मेंद्र शर्मा एवं आरक्षी कुलदीप एवं सचिन की मिलीभगत पाई गई।
जिसके चलते एसएसपी द्वारा दरोगा एवं दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। उधर बहुजन समाज पार्टी के एमएलसी भीमराव अंबेडकर ने भी मामले की जांच की मांग की है। इस मामले की जांच करने वाले एएसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह ने बताया है कि थाना अध्यक्ष जयप्रकाश सिंह का अपने कार्य एवं मातहतों के प्रति सख्त लहजा है। जिसके चलते काम के बोझ तले दबे पुलिसकर्मी सख्त लहजे वाले थानेदार को पसंद नहीं कर रहे थे। इसी के चलते दरोगा धर्मेंद्र शर्मा ने सिपाही कुलदीप एवं सचिन के साथ मिलकर साजिश रची। थाने के शौचालय में रखी गई भीमराव अंबेडकर की मूर्ति 2 साल पहले बीना गांव से आई थी। पहले यह मूर्ति थाने के नए परिसर स्थित एक कमरे के भीतर रखी हुई थी। बाद में जानबूझकर इस प्रतिमा को शौचालय में रखवा दिया गया और बाकायदा इसका वीडियो बनाकर जारी कर दिया गया। उन्होंने स्थानीय लोगों की मिलीभगत से भी इस मामले में इंकार नहीं किया है।