प्रेम-प्रसंग में बेगूसराय के नगर उप आयुक्त को भतीजी से शादी करना महंगा पड़ गया है। विभाग ने कहा है कि बिना किसी सूचना के फरार चल रहे नगर उप आयुक्त शिव शक्ति कुमार ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। उनका यह कृत्य लोक सेवक के आचरण के प्रति अशोभनीय है। बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली के नियम 3(1) का उल्लंघन है। विभाग ने कहा है कि वर्तमान में शिव शक्ति कुमार फरार चल रहे हैं इसलिए इन्हें तत्काल निलंबित किया जाता है। इसके बाद 20 अगस्त को निलंबन वाला पत्र जारी किया गया। इसमें यह भी कहा गया कि निलंबन की अवधि में इनका कार्यकाल कटिहार नगर निगम होगा।
अब समझें क्या है यह पूरा मामला
दरअसल, निलंबन से पहले शिव शक्ति कुमार बेगूसराय नगर निगम में उप आयुक्त के पद पर थे। वह इसी महीने 10 अगस्त को अपने घर वैशाली गए हुए थे। इसके बाद अपने 12 तारीख को कार्यालय आ गए। उसी दिन एक सजल नाम की लड़की उनसे मिलने के लिए कार्यालय पहुंची । इसके कुछ देर बाद दोनों फरार हो गए थे। बाद में पता चला कि प्रेम-प्रसंग में उन्होंने अपने रिश्ते में लगने वाली भतीजी से शादी कर ली है।
लड़की के परिजन ने विभाग को थी शिकायत
इस पूरे मामले में लड़की के परिजन जब बेगूसराय नगर निगम कार्यालय पहुंचे और इस संबंध में यहां के कर्मियों से पूछताछ की तो पता चला कि एक लड़की 12 अगस्त को मिलने पहुंची थी। उसके बाद से ही वो गायब हैं। इसके बाद परिजन ने नगर आयुक्त सत्येंद्र प्रसाद और मेयर पिंकी देवी से शिकायत की। शिकायत के बाद एक टीम बनाई गई थी। जांच में मामला सही पाया गया। परिजनों ने वैशाली थाने में अपहरण का भी मामला दर्ज कराया है।
शादी के बाद विडियो हुआ वायरल
इस बीच नगर निगम के उप आयुक्त शिव शक्ति कुमार और लड़की का एक वीडियो 14 अगस्त को वायरल हुआ जिसमें सजल ने अपने परिजनों पर आरोप लगाया कि वो लोग झूठ बोल रहे हैं कि उनका अपहरण शिव शक्ति कुमार ने कर लिया है। उसने अपनी मर्जी से खगड़िया के कात्यायनी मंदिर में शिव शक्ति कुमार से शादी की है।