प्रतापगढ़ में शहर की बेशकीमती जमीन पर असलहा लेकर कब्जा करने पहुँचे थे, भूमाफिया
प्रतापगढ़। भूमाफियो में नहीं है, प्रतापगढ़ पुलिस का खौफ। जमीन कब्जे की सूचना पर पहुंची नगर कोतवाली पुलिस से अभद्रता और गाली गलौज। दबंगो ने पुलिस टीम के साथ की अभद्रता और नोकझोक। पुलिस ने 6 दबंगो को किया गिरफ्तार, कई असलहाधारी दबंग फरार। लाइसेंसी पिस्टल को भी पुलिस ने बरामद किया है। बड़बोले दरोगा धनंजय राय की आज जब चाँदमारी में भूमाफियाओं से सामना हुआ तो वहाँ उनकी बोलती बंद हो गई। सिविल लाइन चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर धनन्जय राय की तहरीर पर वीरेंद्र सिंह भदोही, ओसाम बिन मुनीब, मुनीब अहमद, असलहा बाबू शक्ति सिंह, ज्ञानेंद्र कुमार सिंह समेत 10 से 12 अज्ञात लोंगो के खिलाफ कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया किया गया है। वैसे सब इंस्पेक्टर धनन्जय राय स्वयं बदजुबान किस्म के ब्यक्ति हैं। विवादों से इनका पुराना नाता है। हर ब्यक्ति को ये अपने सामने भोनगा समझते हैं। स्वयं को सॉलिसिटर जनरल से कम नहीं समझते।
किसी भी सम्भ्रांत ब्यक्ति को दरोगा राय बिना सोचे समझे खाकी का रौब झाड़ते हैं। आज भी चाँदमारी में दरोगा धनन्जय राय जब पहुँचे तो पुलिसिया अंदाज में सबको अर्दब में लेना चाहे। पर बात बिगड़ गई। फिर क्या था ? दरोगा धनन्जय राय अपने खाकी वर्दी का लाभ उठाते हुए भूमाफियाओं पर मुकदमा लिखाया ही, असलहा बाबू शक्ति सिंह से पूर्व में चल रही खुन्नस को भुनाते हुए उन्हें भी आरोपी बना दिया। ऐसा असलहा बाबू शक्ति सिंह का आरोप है। असलहा बाबू शक्ति सिंह का आरोप है कि वह अपने घर पर थे। बगल में विवाद की आवाज सुनने पर वह भी मौके पर पहुँच गए। दरोगा धनन्जय राय लगातार गाली बक रहे थे। असलहा बाबू शक्ति सिंह ने गाली देने का विरोध किया तो दरोगा धनन्जय राय मुकदमें उनका नाम जबरन शामिल कर दिए। दरोगा धनन्जय राय कोतवाली नगर में जो मुकदमा दर्ज कराया वह गंभीर धाराओं में दर्ज किया गया है।