गाड़ी चुराकर भाग रहे बदमाश ने दरोगा के सीने में मारी थी गोली, पुलिस ने मुठभेड़ में किया ढेर
उत्तर प्रदेश के मेरठ में 22 जनवरी की रात दरोगा के सीने में गोली मारने वाला 25 हजार का इनामी बदमाश विनय वर्मा दायम पुर इलाके में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। विनय वर्मा पर गैंगस्टर समेत 8 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। जबकि उसका फरार साथी नरेश कॉम्बिंग के दौरान पकड़ा गया। मुठभेड़ के दौरान बदमाशो की एक गोली लगने से सिपाही भी घायल हुआ है, जिसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि 22 जनवरी की देर रात जिन बदमाशों ने चौकी इंचार्ज मुनेश सिंह को गोली मारी थी वो कंकरखेड़ा क्षेत्र में है और आगरा भागने की फिराक में है। सूचना के बाद पुलिस ने कंकरखेड़ा इलाके की घेराबंदी कर दी। रात 8 बजे के करीब बदमाश विनय और नरेश दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया था।
उसके बाद उन्हें लेकर दरोगा पर फायरिंग में इस्तेमाल हथियार को बरामद करने जा रही थी। पुलिस के साथ घटना स्थल पर हथियार बरामदगी के दौरान पुलिस पर की फायरिंग। पुलिस द्वारा पकड़े गए दोनों बदमाशों विनय और नरेश को घटना स्थल ले जाकर हथियार बरामदगी की उसी दौरान बदमाश विनय ने बरामद किए हथियार को उठाकर पुलिस को ने देकर पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की ओर बदमाश द्वारा चलाई गई गोली सिपाही के हाथ में लगी। पुलिस द्वारा आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग में बदमाश विनय वर्मा को दो गोली लगी और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई, जबकि घायल सिपाही का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने फरार हुए दूसरे बदमाश नरेश को कॉम्बिंग के दौरान पकड़ लिया और उसे लेकर थाने आ गए।
एसएसपी का कहना है कि…
मेरठ एसएसपी रोहित सिंह संजवान ने बताया कि बदमाशों ने 32 बोर की सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल से दरोगा पर गोली चलाई थी। उसे बरामद कर लिया गया है। पकड़े गए बदमाश से पूछताछ की जा रही है। 22 जनवरी की देर रात बुलंदशहर के खुर्जा निवासी मोहर सिंह किराए पर सोनू सैनी की सेंट्रो कार से शादी समारोह में आए थे। सोनू गाड़ी में सो रहा था, इसी बीच तीन बदमाशों ने उसे गन प्वाइंट पर लेकर गाड़ी लूट ली थी।
सूचना पर चौकी प्रभारी मुन्नेश सिंह कसाना, दरोगा सुनील कुमार, हेड कांस्टेबल परवेंद्र मलिक, सचिन खैवाल और कांस्टेबल रविंद्र ने गाड़ी में लगे जीपीएस के आधार पर बदमाशों का पीछा करना शुरू किया था। बदमाश कई घंटे तक शहर में घूमने के बाद सुबह साढ़े तीन बजे श्रद्धापुरी फेस टू के पीछे लाला मोहम्मदपुर नाले पर पहुंच गए थे। और पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी करते हुए एक को पकड़ लिया था। जिस पर उसके साथियों ने चौकी इंचार्ज मुन्नेश सिंह को सीने में गोली मार कर बदमाश फरार हो गए थे। चौकी इंचार्ज को कई दिन बाद गाजियाबाद के अस्पताल से छुट्टी मिली थी। पुलिस तब से ही बदमाशों की तलाश में जुटी थी।