खामोशी से रेत दिए बाप-बेटी के गले, डबल मर्डर से दहल गए लोग,घर में लगे सीसीटीवी कैमरे पुलिस को मिले बंद
अमरोहा के मोहल्ला कटरा गुलाम अली में रहने वाले सराफ योगेश चंद्र अग्रवाल (67) और उनकी बेटी सृष्टि (27) की घर में ही किसी धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। शनिवार सुबह पिता-पुत्री के शव कमरे में फर्श पर लहूलुहान हालत में पड़े मिले। दोनों के चेहरे पर कपड़ा पड़ा हुआ था। घर में लगे सीसीटीवी कैमरे पुलिस को बंद मिले। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
योगेश चंद्र अग्रवाल की बाजार गुजरी में इशांक ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। उनकी पत्नी छाया की दो साल पहले हार्टअटैक से मौत हो चुकी है। वह बेटी सृष्टि के साथ रहते थे। बेटा इशांक अग्रवाल दिल्ली में गत्ता फैक्टरी चलाता है। इशांक की पत्नी मानसी अग्रवाल अपने 10 साल के बेटे आयुष के साथ घर के दूसरे हिस्से में रहती हैं।
दोनों हिस्सों में आवाजाही के रास्ते अलग-अलग हैं, जबकि घर के भीतरी हिस्से में दोनों को जोड़ने के लिए दरवाजा है। इशांक बृहस्पतिवार को दिल्ली से घर आया था। शुक्रवार रात वह अपनी पत्नी व बेटे के साथ मकान के अपने हिस्से में था। योगेश चंद्र अग्रवाल और बेटी सृष्टि के साथ अपने हिस्से में थे।
सराफ और बेटी की हत्या की जानकारी शनिवार सुबह करीब छह बजे उनके दोस्तों से पुलिस को मिली। उनके हमउम्र दोस्त राजनिकेतन, सतीश अरोड़ा, अतुल गुप्ता और विनीत चावला रोज की तरह टेबल टेनिस खेलने उनके घर पहुंचे। खटखटाने पर दरवाजा नहीं खुला तो साथियों ने योगेश चंद्र अग्रवाल का फोन मिलाया। फोन न उठने पर दरवाजे को धक्का दिया तो खुल गया। भीतर दाखिल होते ही कमरे की खिड़की में झांका तो फर्श पर पिता-पुत्री के शव नजर आए। बेेटे की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है।
चीख न छटपटाहट…खामोशी से रेत दिए गए दो गले…
गायब थी सराफ की चेन व अंगूठी, बिखरा था कमरे का सामान…
साथियों ने पुलिस को बताया कि योगेश चंद्र अग्रवाल सोने की अंगूठी के अलावा सोने का कड़ा और चेन भी पहनते थे। पुलिस को शव कब्जे में लेते समय ये चीजें गायब मिलीं। सृष्टि की हाथ की अंगूठी व अन्य गहने मौजूद थे। कमरे की अलमारियों का सामान भी बिखरा हुआ था। हालांकि पुलिस लूट की आशंका से इन्कार कर रही है। माना जा रहा है कि हत्यारे ने हत्या के पीछे लूट दिखाने के लिए ऐसा किया होगा।