प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने की थी पति की हत्या, पुलिस ने पत्नी सहित तीन लोगों को किया गिरफ्तार
सुलतानपुर। जिले में दो दिन से रिश्तों को शर्मसार करने वाली खबर सामने आ रही है। गोसाईगंज थाना क्षेत्र में बीते रविवार को मिली युवक की लाश मामले में पुलिस ने चौकाने वाला खुलासा किया है। पत्नी ने अपने प्रेमी और उसके साथी के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव फेंक दिया था। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। गोसाईगंज थाना क्षेत्र के गोसाई का पुरवा के समीप बीते चार फरवरी की सुबह शौच गए ग्रामीणों को एक युवक का शव दिखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव का शिनाख्त कराया तो शव उसकी पहचान द्वारिकागंज चौकी के महमूदपुर गांव निवासी कुलदीप कुमार (35) पुत्र राम करन के रूप में हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर गंभीर चोट के निशान मिले तो पुलिस ने मृतक के पत्नी की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज किया था। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस सर्विलांश टीम के साथ मामले की छानबीन शुरू की। इसी बीच सर्विलांश टीम को एक नंबर से मृतक कुलदीप की पत्नी पूजा के पास कई बार फोन के रिकार्ड मिले। पुलिस ने गहनता से जांच पड़ताल किया तो एक-एक तार जुड़ते गए।
कुलदीप के सिर पर वार कर की गई थी हत्या…
सीओ जयसिंहपुर प्रशांत सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी पूजा से फोन पर लगातार बात करने वाले हरीश निवासी पंडित का पुरवा नानेमऊ थाना मोतिगरपुर को पुलिस ने उठाया और पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ में वह टूट गया। हरीश ने पुलिस को बताया कि पूजा के कहने पर अपने मित्र आनंद उर्फ प्रिंस निवासी दुल्लापुर थाना दोस्तपुर के साथ मिलकर कुलदीप की हत्या उसके घर पर कर दी थी। अंधेरा होने पर उसके शव को बाइक के साथ गोसाई के पुरवा गांव के समीप छोड़ आए थे। मृतक कुलदीप स्थानीय स्तर पर टेंट आदि में लाइट (लाइनमैन) का काम करता था। इसलिए उसके शरीर पर विद्युत झालर लपेटकर फेंक दिया था, जिससे लगे कि मौत किसी दुर्घटना में हुई है।
आलाकत्ल के साथ पत्नी सहित तीन गिरफ्तार…
सीओ ने बताया कि कुलदीप की पत्नी पूजा और हरीश को द्वारिकागंज रेलवे क्रासिंग के पास से गिरफ्तार किया गया। जबकि, आनंद को घटनास्थल से 100 मीटर दूर गन्ने के खेत से शुक्रवार की रात दो बजे गिरफ्तार किया गया। हरीश के पास से आलाकत्ल एक पाइपनुमा, एक मोबाइल व पांच सौ रुपये नगद मिला है। तीनों आरोपियों को न्यायालय के जरिए जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में गोसाईगंज थाना प्रभारी धीरज कुमार, दरोगा कन्हैया पांडेय, अमित सिंह आदि रहे।
अनाथ हुए दो बच्चे…
कुलदीप बचपन से ही ननिहाल में रहता था। मजदूरी कर अपने सात वर्षीय पुत्र रियांश, पांच वर्षीय पुत्र प्रियांश व पत्नी का भरण पोषण करता था। पिता की हत्या और मां के जेल चले जाने से बच्चे अनाथ हो गए हैं।