झारखंड के सिंहभूम में अंधविश्वास की वजह से तीन लोगों की गला काटकर हत्या हुई है। एक ही परिवार के इन तीनों लोगों के शव अर्द्धनग्न हालत में जंगल में मिले है। पुलिस ने तीन तीनों ही शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। आशंका है कि इनके किसी पड़ोसी ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है। झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक हत्या का मामला सामने आया है। तीनों के सिर धड़ से अलग करने के बाद उनके अर्द्धनग्न शव को जंगल में फेंक दिया गया था।
आशंका है कि इन तीनों लोगों की हत्या जादू टोने के चक्कर में हुई है। मामला पश्चिमी सिंहभूम जिले के अति नक्सल प्रभावित बंदगांव प्रखंड के टेबो थाना क्षेत्र का है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान टेबो थाना क्षेत्र में सियाकेल गांव में रहने वाले 60 वर्षीय दुगुलू पूर्ति और उनकी 55 वर्षीय पत्नी सुकु होरो तथा 24 वर्षीय बेटी दसकिर पूर्ति के रूप में हुई है। तीनों की हत्या हंसिया जैसे किसी धारदार हथियार से गरदान काटकर की गई है। जंगल की ओर जा रहे ग्रामीणों ने इनके शव को देखकर पुलिस को सूचना दी। वहीं पुलिस को जैसे ही तीन लोगों की एक साथ हत्या की खबर मिली, जिले में हड़कंप मच गया।
परिजनों और पड़ोसियों से पूछताछ कर रही पुलिस
आनन फानन में पुलिस जंगल में पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर उनकी पहचान कराई। इसके बाद परिजनों को सूचना देने के बाद शव का पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया यह डायन बसाहि का मामला हो सकता है। हालांकि मौके से मिले तथ्यों और मृतकों के परिजनों व पड़ोसियों से पूछताछ के बाद पुलिस अन्य एंगल से भी मामले की जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक आशंका है कि यह वारदात इनके किसी पड़ोसी ने ही अंजाम दिया होगा।
पुलिस के मुताबिक इस कुप्रथा को रोकने के लिए कड़े कानून बनाए गए है। इस तरह के मामलों में कड़ी से कड़ी सजा भी हो रही है, बावजूद इसके इस तरह की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही। इससे पहले हीरांची के बेड़ो थाना क्षेत्र में भसंदा गांव की रहने वाली 47 वर्षीय महिला मुन्नी देवी की भी हत्या डायन बिसाही के शक में हुआ था। यह वारदात पांच लोगों ने बल पूर्वक इस महिला के घर में घुसकर अंजाम दिया था। वारदात के दौरान महिला मुन्नी देवी को बचाने आए उसके पति मंगरा उरांव के साथ भी आरोपियों ने बुरी तरह से मारपीट की थी।