आज 5वें दिन ईलाज के दौरान दुष्कर्म पीड़िता की हुई मौत, प्रयागराज के स्वरूप रानी हॉस्पिटल में दुष्कर्म पीड़िता का चल रहा था, ईलाज
प्रतापगढ़। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में दुष्कर्म पीड़िता की आखिरकार प्रयागराज में ईलाज के दौरान 10 अक्टूबर की शाम मौत हो गयी। दुष्कर्म पीड़िता की मौत की घटना की जानकारी होने के बाद गांव में तनाव का माहौल हो गया। एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने गांव में पुलिस तैनात कर दिया है। लीलापुर थाना क्षेत्र के एक गांव में 6 अक्तूबर को ढनगू के बाजरे के खेत में लहूलुहान अवस्था में दुष्कर्म पीड़िता मिली थी। उसका हाथ पैर बांधकर दुपट्टे से गला कसा गया था। दुष्कर्मी उसे मृत समझ कर छोड़ गया था।
मां ने लगाया था, दुष्कर्म का आरोप
पीड़िता की मां ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में गांव के ही अनिल भूंज पुत्र कैलाश भूंज पर आरोप लगाया था। पीड़िता की मां का कहना था कि आरोपी उसे घसीटते हुए बाजरे के खेत में ले गया था। उसके साथ जबरन दुष्कर्म करके उसके ओढ़नी से उसका गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। उसे मरा जानकर छोड़कर चला गया था। आखिरकार दुष्कर्मी की इच्छा आज पूरी हो गई और बलात्कार की शिकार युवती मृत हो गई। यह अलग विषय है कि दुष्कर्म का आरोपी उसका गला इस नियत से घोंटा था कि यदि पीड़िता मृत हो जाती हो सकता था कि वह बच जाता।
काफी खोजबीन पर मिली थी, पीड़िता
बेटी के काफी देर तक घर न पहुंचने पर खोजबीन की गई। भतीजे ने खेत में जंगली जानवर के होने की आशंका पर हल्ला मचाया तो परिजन ने गांव के लोगों के साथ जैसे ही खेत में गए तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गए थे। रिश्तेदार व गांव के लोगों के साथ दुष्कर्म पीड़िता को इलाज के लिए राजा प्रताप बहादुर मेडिकल कालेज लेकर गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे स्वरूपरानी प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया गया। आज पांचवे दिन ईलाज के दौरान युवती की मौत हो गई। युवती के मृत होने की सूचना से क्षेत्र में एक बार तनाव होना स्वाभाविक है।
दुष्कर्मी हो चुका है, गिरफ्तार
छः अक्तूबर से जिंदगी और मौत से लड़ते हुए आज पांचवें दिन 10 अक्टूबर की शाम करीब पांच बजे आईसीयू में उसकी सांसें थम गईं। मां की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। 7 अक्तूबर की देर शाम भागीपुर कमोरा तेजगढ़ के जंगल में पुलिस ने आरोपी को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया था। घटना के बाद गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। सबसे अहम् बात यह है कि सूबे में अपराध नियंत्रण के लिए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी पुलिस को पूरी तरह से छूट दिए हुए हैं कि अपराधी कितना भी ताकतवर क्यों न हो उसे कानून के शिकंजे में लाकर उसे दण्डित किया जाए, फिर भी यूपी में अपराध पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है।