केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री कौशल किशोर के भतीजे ने की आत्महत्या, घर में फांसी लगाकर दी जान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के दुबग्गा के बेगरिया में स्थित रियल एस्टेट कारोबारी केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री और लखनऊ की मोहनलालगंज सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद कौशल किशोर के 47 वर्षीय भतीजे नंद किशोर ने बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। नंद किशोर का शव कमरे में पंखे के सहारे लटकता हुआ मिला। उनके बेटे विशाल के मुताबिक वह कुछ दिनों से परेशान चल रहे थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है। प्रभारी निरीक्षक सुखवीर सिंह भदौरिया के मुताबिक रियल एस्टेट कारोबारी नंद किशोर बुधवार को अपने कमरे में लेटे हुए थे। मृतक के भाई अजय रावत ने बताया कि नंद किशोर का कमरा अंदर से बंद था और कई बार आवाज देने पर भी नहीं खुल रहा था। इस पर पुलिस को सूचना दी। बाद में कमरे में पंखे के सहारे उनका शव लटकता मिला। पुलिस आत्महत्या से जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी।मामला केंद्रीय राज्यमंत्री से जुड़ा होने के कारण पुलिस घटना कमरे की बारीकी से जांच कर रही है। जांच के दौरान किसी को वहां जाने की इजाजत नहीं दी गई। कमरे में सुसाइड नोट को लेकर पुलिस अभी कुछ नहीं बता रही है। वहीं घटना के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर और भाजपा के नेता मौके पर पहुंचे।
बता दें कि नंदकिशोर ने दो शादी की थी। एक पत्नी मुस्लिम समुदाय और दूसरी हिन्दू समुदाय से है। दोनों पत्नियों से बच्चे हैं। पहली पत्नी शकीला से दो बच्चे अफजल व साहिल हैं और दूसरी पत्नी से बेटा विशाल और आदर्श और बेटी अंशिका,सिखा हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर हाल ही में श्रद्धा वालकर मामले पर बयान देकर चर्चा में आ गए थे। केंद्रीय राज्यमंत्री ने नलिव-इन रिलेशनशिप को गलत बताते हुए लड़कियों को नसीहत दे डाली थी। बिहार के गया पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री ने श्रद्धा हत्याकांड पर कहा था कि ये गलत है,किसी को भी लिव-इन रिलेशनशिप में नहीं जाना चाहिए। जो लड़कियां लिव-इन रिलेशनशिप में जा रही हैं, तो उन्हें कोर्ट से पेपर बनवा लेना चाहिए।अगर किसी लड़के के साथ रहना है तो शादी करके रहो।लिव-इन रिलेशनशिप तो एक दोस्ती होती है, जो थोड़े दिन चलती है, फिर टूट जाती है। फिर लड़कियां दबाव बनाती हैं और फिर इस तरह की घटनाएं होती हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा था कि इस हत्याकांड के पीछे कोई न कोई कारण तो जरूर रहा होगा।लड़कियों से अनुरोध करते हुए कहा था कि ऐसी लड़कियों को गैर पढ़ी-लिखी लड़कियों से सबक लेना चाहिए। ज्यादातर पढ़ी लिखी लड़कियां ही लिव-इन रिलेशनशिप में जा रही हैं।इन घटनाओं और गैर पढ़ी लिखी लड़कियों से सीख लेनी चाहिए। अपने मां–बाप की मर्जी से ही किसी के साथ रहना चाहिए। लिव-इन रिलेशनशिप पर रोक लगनी चाहिए।