आरओ/एआरओ परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गैंग के सदस्य को यूपी एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने आरओ/एआरओ परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गैंग के एक सदस्य अमित सिंह को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। यूपी एसटीएफ ने अमित को मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद अमित को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि अमित सिंह गोंडा जिले के करनैलगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है।
यूपी एसटीएफ की पूछताछ में अमित सिंह ने बताया कि वह गोमतीनगर में कामर्स की कोचिंग चलाता था। उसी दौरान बलिया के दीपक दुबे के माध्यम से मामले के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल मिश्रा के संपर्क में आया। हमने राजीव नयन को टीजीटी परीक्षा- 2020-21 का पेपर पढ़ाने के लिए 20 लाख रुपये दिए थे। उसके बाद से कई भर्ती परीक्षाओं में राजीव नयन को कैंडिडेट उपलब्ध करा चुका है।
अमित सिंह ने बताया कि राजीव नयन ने पुलिस भर्ती और आरओ/एआरओ भर्ती परीक्षा 2023 में पेपर आउट कराने के लिए कहा था और हमसे अभ्यिर्थयों की व्यवस्था करने के लिए बोला था। राजीव नयन ने बताया था कि सभी अभ्यर्थियों को लखनऊ और प्रयागराज में पेपर का उत्तर पढ़ाया जाएगा। इसके बदले डॉ. शरद सिंह से 15 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी देना तय हुआ था। 11 फरवरी, 2024 को हुई प्रारंभिक परीक्षा में दो लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी देना तय किया गया था, जबकि बाकी का रुपया बाद में देना था।
अमित सिंह ने बताया कि सभी लड़कों को राजीव नयन मिश्रा ने प्रयागराज स्थित आरोग्यम हास्पिटल में ले जाकर पेपर पढ़वाया था। आरोग्यम हास्पिटल का मालिक भी राजीव नयन ही है। अभ्यिर्थयों को पेपर पढ़वाने में डॉ. शरद ने भी मदद की थी। एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। वह सीटेट परीक्षा पेपर आउट कराने के संबंध में जनवरी, 2023 में थाना कंकरखेड़ा मेरठ से जेल जा चुका है।