आईएएस अधिकारी सोनल गोयल के खिलाफ विजिलेंस की जांच, भेजा गया पेशी का नोटिस
फरीदाबाद। आईएएस अधिकारी सोनल गोयल भ्रष्टाचार को लेकर घिर गई है उनके खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू हो गई है। इसकी पहली पेशी में वे नहीं पहुंची नहीं। अब उन्हें अगले हफ्ते बुलाया गया है। विजिलेंस ने जांच में शामिल होने का नया नोटिस भेजा है। सोशल मीडिया पर सोनल गोयल खासी सक्रिय रहती हैं। सोनल गोयल उन अधिकारियों में से हैं जो ट्विटर पर छाए रहते हैं। वह सेल्फी के साथ मोटिवेशनल कोट्स इत्यादि पोस्ट करती हैं। फरीदाबाद में वे काफी चर्चित रही। नगर निगम में उनके कामकाज को लेकर उँगलियाँ उठती रही है। सोनल गोयल फरीदाबाद नगर निगम में 6 अगस्त वर्ष-2016 से 16 अगस्त वर्ष-2017 के बीच पदस्थ रही हैं। इसके बाद वर्ष-2019 में फिर से वह नगर निगम कमिश्नर के तौर पर नियुक्त हुई थीं। उनकी कई मामलो में शिकायत हुई थी। विजिलेंस ने हाल ही में नगर निगम में डेरा जमा कर दस्तावेज अपने कब्जे में लिए थे। विजिलेंस की टीम 2 गाड़ियों में नगर निगम मुख्यालय पहुंची थी। उसने अकाउंट ब्रांच से कई फाइलें जब्त की बताया जाता है कि विजिलेंस ने IAS सोनल गोयल के खिलाफ सबूत जुटा लिए है।
सूत्रों की मानें तो इस दौरान आईएएस सोनल गोयल से बिलों के भुगतान और कार्यो को लेकर पूछताछ के लिए सवालों की सूची तैयार है। दरअसल ,बिना कामकाज ठेकेदारों को भुगतान किये जाने के मामले में भ्रष्टाचार के आरोप उन पर लगे थे। मामले के विधानसभा में उठने के बाद विजिलेंस ने संज्ञान लिया था। राजनीति के चलते कुछ समय पहले तक बिना काम के भुगतान मामले की जांच ठंडे बस्ते में चली गई थी। एनआईटी विधायक नीरज शर्मा ने मामले को फिर सरकार के समक्ष रखा। दरअसल, शर्मा ने विधानसभा में आईएएस के भी नाम लिए थे, जो इस घोटाले में शामिल थे। बवाल के बाद सरकार ने स्टेट विजिलेंस को तेजी से जांच करने के आदेश दिए थे। इस मामले में 2 चीफ इंजीनियर, ठेकेदार, अकाउंट और ऑडिट ब्रांच के बड़े अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।