वक्फ बिल के विरोध में हिंसा, पिता-पुत्र की बेरहमी से हत्या
मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन अब हिंसक रूप ले चुका है। जंगीपुर, सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जाफराबाद जैसे इलाकों में लगातार हिंसा हो रही है। इसी बीच शनिवार को शमशेरगंज में एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां एक 74 वर्षीय बुज़ुर्ग हरगोविंद दास और उनके 40 वर्षीय बेटे चंदन दास की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, कुछ बदमाश लूटपाट के इरादे से उनके घर में घुसे थे। जब दोनों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। दोनों के शव खून से लथपथ हालत में घर से बरामद हुए। पुलिस ने शवों को फरक्का अस्पताल भेजा है और मामले की जांच जारी है।
वहीं, सुती के साजुर चौराहे पर कल गोली लगने से घायल 21 वर्षीय युवक एजाज अहमद की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना से पूरे इलाके में तनाव फैल गया है।
घटना के बाद बीजेपी नेता अमित मालवीय और प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अमित मालवीय ने कहा कि यह हत्या ममता सरकार की नाकामी का परिणाम है और उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पर निर्दोष हिंदुओं के खून के धब्बे हैं। सुकांत मजूमदार ने कहा कि राज्य सरकार की चुप्पी और मंत्रियों की भड़काऊ टिप्पणियां ही हिंसा को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने सीएए के विरोध में भीड़ को भड़काया था और अब एक बार फिर वही हो रहा है।
उन्होंने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री ने कोलकाता में वक्फ विरोध के नाम पर जुटी भीड़ के लिए कोई अनुमति दी थी? क्या उनके मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी की बयानबाज़ी पर कोई कार्रवाई हुई?फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन लोगों में असुरक्षा और भय का माहौल है। प्रशासन हालात को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रहा है।