अपने ही विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी की ग्रेच्युटी पेमेंट के लिए ले रहा था घूस, रंगे हाथ गिरफ्ता
गोरखपुर में सिंचाई विभाग से सेवानिवृत कर्मचारी के ग्रेच्युटी भुगतान के लिए घूस ले रहे सिंचाई विभाग के लिपिक को मंगलवार को दोपहर बाद एंटी करप्शन टीम ने विभाग के बाहर चाय की दुकान से रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपित लिपिक पर कैंट थाने केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र के तितरिया गांव निवासी इंद्रेश सिंह, सिंचाई विभाग में हेल्पर पद पर नौकरी करते थे।
31 दिसम्बर 2024 को विभाग से सेवानिवृत्त हुए इंद्रेश अपनी ग्रेच्युटी के भुगतान को लेकर पिछले डेढ़ महीने से विभाग में दौड़ लगा रहे थे। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी। ग्रेच्युटी के भुगतान के लिए उनसे पांच हजार रुपये घूस मांगा जा रहा था। जिस विभाग में इतने वर्षों तक नौकरी की उसी विभाग में घूस मांगे जाने से इंदेश सिंह आहत थे। उन्होंने एंटी करप्शन टीम से सम्पर्क किया। पूरी जानकारी के बाद एक ट्रैप टीम का गठन हुआ। मंगलवार को ट्रैप टीम के इशारे पर इंद्रेश सिंह पैसा लेकर रेलवे स्टेशन स्थित सिंचाई विभाग खंड एक कार्यालय पर पहुंचे।
उनकी ओर से जानकारी देने के बाद लिपिक ऋषिनंदन गौड़ अधिशासी अभियंता नलकूप खंड प्रथम कार्यालय के पास चाय की दुकान पर आ गया। डील के मुताबिक इंद्रेश ने जैसे ही ऋषिनंदन के हाथ में पांच हजार रुपये पकड़ाया, पास ही में मौजूद एंटी करप्शन की ट्रैप टीम ने रुपये के साथ लिपिक को रंगेहाथ दबोच लिया। आरोपित लिपिक को कैंट थाने ले जाया गया, जहां केस दर्ज करने के बाद कोर्ट में पेश करने की तैयारी है। आरोपित ऋषिनंदन को मृतक आश्रित पर नौकरी मिली है।