जब कोतवाली नगर में मुकदमा पंजीकृत हो चुका है तो शिकायती प्रार्थना पत्र और जाँच का औचित्य समझ के परे
अधिवक्ता सुभाष चंद्र की तरफ से अधिवक्ता संगठनों ने संभाला मोर्चा, गलत या सही होने से नहीं रहता मतलब, बस होना चाहिए अधिवक्ता…
कभी-कभी हाकिमों के सामने अजीबोगरीब स्थिति हो जाती है, जबकि वह सही बात जानते हुए भी मजबूरी में दोनों पक्षों को संतुष्ट करने के लिए जाँच के लिए लिखना पड़ता है और जाँच अधिकारी भी सब जानते हुए उछल कूद मचाये रहते हैं। आज जिलाधिकारी प्रतापगढ़ और पुलिस अधीक्षक, प्रतापगढ़ के सामने ऐसा ही एक मामला देखने को मिला। कोतवाली नगर के पुराने माल गोदाम रोड के बगल प्रयागराज-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेशकीमती जमीन को हथियाने और कब्जाने को लेकर 6मई, 2022 को पुलिस के सामने ही दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ था। विवाद का वीडियों स्वयं पुलिसकर्मी बना रहे थे, फिर भी पुलिस ने अधिवक्ता सुभाष चंद्र की तरफ से अधिवक्ताओं के दबाव के आगे झूठा डकैती का मुकदमा कोतवाली नगर में लिखा गया।
आज जिला कचेहरी में अधिवक्ता सुभाष चंद्र ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की है कि उनकी तहरीर पर एक डकैती का मुकदमा माह मई में दर्ज हुआ था, लेकिन डकैती की घटना को अंजाम देने वाले आरोपीगण पुलिस की पकड़ से दूर हैं और खुलेआम घूम रहे हैं। दूसरी तरफ विशाल जायसवाल ने व्यापार मंडल के साथ एसपी से मिलकर शिकायती प्रार्थना पत्र देकर उन्हीं अभियुक्तों के खिलाफ आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि 5,00000 की कीमत का कपड़ा एवं सम्मान लूट ले गए। दोनों पीड़ित एसपी और डीएम को शिकायती पत्र देकर न्याय एवं जान माल की सुरक्षा के लिए गुहार लगा रहे हैं। एसपी ने दोनों शिकायती प्रार्थना पत्रों को सीओ सिटी अभय कुमार पांडेय को जांच के लिए निर्देश दिए। नगर कोतवाली क्षेत्र के हादीहॉल तुलसी सदन के बगल का मामला है।