पत्नी और बेटी का दोषी, जीना चाहता हूं, मां-बेटी की हत्या करने वाले पति का सुसाइड नोट आया सामने
उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक दर्दनाक घटना सामने आई थी। रविवार देर रात सिरफिरे पति ने अपनी पत्नी और पांच वर्षीय बेटी की गला घोंट कर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने हाथ की नस काटकर सुसाइड करने की कोशिश की थी। सोमवार दोपहर पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची तो वहां का नजारा देखकर हैरान रह गई। हत्यारोपी पति शवों के बीच में बैठा हुआ था। पुलिस ने घटनास्थल से एक सुसाइड नोट बरामद किया है। पुलिस का मानना है कि हत्यारोपी ने आत्महत्या करने की कोशिश से पहले सुसाइड नोट लिखा था। उसने लिखा है कि अपनी पत्नी और बेटी का दोषी हूं।
चकेरी थाना क्षेत्र स्थित सनीगंवा कांशीराम कॉलोनी में रहने वाले अर्जुन जायसवाल (40) की परचून की दुकान हैं। परिवार में पत्नी निशा (35) और बेटी आशनी (05) थी। जानकारी के मुताबिक, अर्जुन रविवार रात 11 बजे घर पहुंचा था। इसके बाद सोमवार दोपहर तक अर्जुन के घर का दरवाजा नहीं खुला। पड़ोसियों ने दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन किसी तरह की अंदर से आहट नहीं मिली। किसी अनहोनी की आशंका के चलते पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो चारों तरफ खून फैला हुआ था। पत्नी और बेटी की लाश पड़ी हुई थी। इस खौफनाक मंजर को देखकर पुलिस कर्मी भी हैरान रह गए।
मजबूर होकर परिवार के साथ कर रहा हूं आत्महत्या…
पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने हत्यारोपी पति के पास से एक मार्मिक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें लिखा है कि मैं जीना चाहता था, लेकिन कर्जदारों ने जीने नहीं दिया। कर्जा था, पर इतना भी नहीं कि मैं दे ना पाऊं, पर समय नहीं दिया। मैं मजबूर होकर परिवार के साथ आत्महत्या कर रहा हूं। इसमें किसी की गलती नहीं, सिर्फ वजह मैं हूं। सिर्फ मैं पत्नी और बेटी का दोषी हूं। भगवान सबको खुश रखे, अर्जुन जायसवाल। अर्जुन का सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर भी वायरल है।
पुलिस इन बिंदुओं पर कर रही जांच…
चकेरी पुलिस मां-बेटी हत्याकांड की जांच सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर कर रही है। मंगलवार को पुलिस ने मां-बेटी का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद दोनों शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने अर्जुन के सुसाइड नोट को गंभीरता से लिया है। पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि अर्जुन ने कर्ज क्यों लिया था। इसके साथ ही किससे और कितना कर्ज लिया गया। कर्जदार अर्जुन पर किस तरह का दबाव बना रहे थे, जिसकी वजह से अर्जुन को इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा। उसने अपनी पत्नी और फूल जैसी बेटी को मौत के घाट उतार दिया। वहीं, अर्जुन का इलाज हैलट अस्पताल में चल रहा है। हत्यारोपी पति 14 घंटे तक पत्नी और बेटी के शव के पास बैठा रहा।