ठगों के झांसे में आई महिला : विदेश से पार्सल आने के नाम पर ठगे लाखों, तीन सहयोगी यूपी से गिरफ्तार
अंबिकापुर में एक महिला नाइजिरियन ठगों के झांसे में आ गई। महिला को उन्होंने कीमती सामानों का पार्सल आने का झांसा दिया था। एक बार आरोपियों के कहे अनुसार पैसा देने के बाद महिला फंसती चली गई। उसने परिचितों से उधार लेकर एवं अपने गहने तक गोल्ड लोन में गिरवी रखकर ठगों को पैसे ट्रांसफर कर दिए। ठगी के लिए कुख्यात नाइजिरियन गिरोह के सदस्यों ने कनाडा से मंहगे सामानों का पार्सल आने का झांसा देकर नगर की एक महिला से कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर 27 लाख 41 हजार रुपये की ठगी कर ली। करीब साढ़े 27 लाख रुपये गंवाने के बाद भी कुरियर नहीं मिलने पर महिला को ठगे जाने का एहसास हुआ और उसने कोतवाली थाने पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ठगी के लिए प्रयोग में लाए गए दो खाता धारकों एवं एक बिचौलिए को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस उनकी पड़ताल कर रही है।
एडिशन एसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि प्रार्थिया महिला ने 14 जुलाई को थाना कोतवाली पहुंच रिपोर्ट दर्ज कराई कि 20 जून 23 को उसके मोबाइल नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर कनाडा से मंहगे समानों का पार्सल आने का झांसा दिया। उसने कूरियर की डिलीवरी से पहले कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर राशि जमा कराने के लिए कहा। पीड़िता को फोन करने वाले ने कोरियर से मंहगे आईफोन, लैपटाप एवं अन्य सामान होना बताया। महिला को झांसे में लेकर कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर 20 जून से दिनांक 13 जुलाई तक महिला ने आरोपी द्वारा बताए गए बैंक खातों में कई ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 27,41,800 रुपये भेजे। इसके बाद आरोपी ने मोबाइल बंद कर दिया तो महिला को ठगे जाने का एहसास हुआ। रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले जांच शुरू की।
ऑनलाइन ठगी के इस बड़े मामले को लेकर एसपी सुनील शर्मा के निर्देश पर एएसपी विवेक शुक्ला के साथ, एसडीओपी अखिलेश कौशिक के नेतृत्व में कोतवाली एवं साइबर सेल की टीम जांच में जुट गई। पुलिस ने महिला द्वारा जिन खातों में राशि ट्रांसफर की गई थी, उनकी पड़ताल की गई तो वे दिल्ली एवं उत्तरप्रदेश के निकले। कोतवाली पुलिस टीम को दिल्ली एवं यूपी रवाना किया गया एवं खाताधारकों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की गई। खाताधारकों की शिनाख्त प्रमोद रस्तोगी (40) निवासी बरेली उत्तरप्रदेश, संतोष गंगवार (30) निवासी बरेली उत्तरप्रदेश एवं साकिर अली (23) कमालपुर थाना सदर कैंट, बरेली, उत्तरप्रदेश के रूप में हुई।
पूछताछ में आरोपियों ने कमीशन की लालच में ठगी की घटना कारित करने हेतु विभिन्न बैंक खाते एवं सिम अन्य आरोपियों को देना स्वीकार किया। पुलिस तीनों को लेकर अंबिकापुर पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा जेल भेज दिया गया। एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि आरोपियों के खातों में तीन लाख 87,000 रुपये की राशि को पुलिस ने होल्ड करा दिया है और राशि को पीड़िता को वापस कराने अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी अंबिकापुर राजेश सिंह, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक रजनीश सिंह की टीम सक्रिय रही। एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी हुई है। नाइजिरियन गिरोह इस प्रकार की ठगी के लिए कुख्यात है। कई बार वे कुछ समय के लिए टूरिस्ट वीजा लेकर भारत आते हैं और ठगी की बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर वापस अपने देकर वापस भाग जाते हैं।