फिरोजाबाद में यमुना का कहर, तीन गांव जलमग्न,13 साल का टूटा रिकॉर्ड, जिससे कई दिक्कतों का सामना करने पर लोग मजबूर
फिरोजाबाद।दिल्ली, मथुरा और आगरा के बाद अब फिरोजाबाद में जिले में यमुना का कहर देखने को मिल रहा है। यमुना का जलस्तर बढ़ने से पिछले 13 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। यमुना का पानी किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहा है। पक्की सड़कों पर पानी भरने से तालाब में तब्दील हो रही है। इसके अलावा यमुना का पानी लोगों के घरों तक पहुंच गया है, जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
यमुना के किनारे बने मंदिरों में भी दरारें पड़ गई हैं,जिसके बाद मंदिरों में रहने वाले पुजारियों में डर सा नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों की मानें तो ऐसा नजारा आज से लगभग 13 साल पहले देखने को मिला था, लेकिन अब फिर से फिरोजाबाद में भी बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं। यमुना का पानी बढ़ने से यमुना किनारे बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं। हालांकि इसको लेकर जिला प्रशासन अभी कोई ठोस कदम उठते हुए दिखाई नहीं दे रहा है।
यमुना का पानी अपनी सीमाओं को तोड़ते हुए किसानों के खेतों तक पहुंच गया है। किसानों की फसल पानी में डूबने से बर्बाद हो रही है। वहीं जलस्तर बढ़ने से फसल और घर दोनों जलमग्न दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो गांव की सड़कें भी तालाबों में तब्दील हो चुकी हैं, जिससे आने जाने में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर यमुना के किनारे बसे तीन गांव चंद्रवाड़, मुस्तकबिल और धीरपुरा में बाढ़ जैसे हालात हैं।