आईएसआई एजेंट कलीम की गिरफ्तारी के बाद हुए कई बड़े खुलासे,पड़ोसी देशों के लोगों को एजेंट बना रही आईएसआई
शामली। उत्तर प्रदेश के शामली से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई एजेंट कलीम की गिरफ्तारी के बाद आईएसआई से जुड़े एजेंटों और आतंकी संगठनों के बारे में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। खुफिया एजेंसियों की जांच पड़ताल में पता चला है कि आईएसआई एजेंट और पाकिस्तान के आतंकी संगठन भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुस्लिम देश बांग्लादेश, अफगानिस्तान, बलूचिस्तान आदि के भोले भाले लोगों को भी अपने चंगुल में फंसाकर भारत के खिलाफ भड़का रहे हैं।
खुफिया एजेंसियों की अभी तक की जांच पड़ताल में सामने आया है कि पाकिस्तान से गिरोह को ऑपरेट कर रहे आईएसआई एजेंट और भारत में रहकर देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वाले एजेंट अनपढ़ होते हैं। ये कभी स्कूल नहीं गए होते या फिर जाते भी है तो कक्षा एक या फिर दो में ही बीच में ही पढ़ाई छोड़ चुके होते हैं, लेकिन ये एजेंट पढ़े लिखे, प्रोफेशनल कोर्स कर चुके लोगों को भी शिकस्त देते हैं।
सोशल मीडिया से लेकर आई फोन चलाने में पूरी तरह से माहिर होते हैं। मात्र दो दिन में लोगों का ब्रेन वॉश कर देते हैं। जांच पड़ताल में पता चला है कि पाकिस्तान में बैठा कैराना का दिलशाद मिर्जा और अन्य वीडियो भेजकर भी लोगों को अपने साथ जोड़ने का काम कर रहे हैं। जांच पड़ताल में सामने आया है कि दूसरे देश के लोगों को अपने साथ जोड़ने के बाद कहा जाता है कि वह भी अपने साथ भारत के लोगों को जोड़े तथा भारत को इस्लाम राष्ट्र घोषित कराने में सहयोग करें।
खुफिया एजेंसियों ने इसकी जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बागपत, शामली, सहारनपुर, बिजनौर, बुलंदशहर, गाजियाबाद, दिल्ली के भी कुछ लोगों का आईएसआई से जुड़े होने की संभावना है,जिसको लेकर यूपी एसटीएफ और पुलिस लगातार छापा मार रही है। मामले में फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आईबी और यूपी एसटीएफ ने शामली में जमी हुई है। दो टीमें विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं।
एसपी अभिषेक ने बताया कि मामले की जांच सीओ सिटी को सौंप दी गई है। जल्द ही फरार आरोपी भी गिरफ्त में होंंगे। यूपी एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक पकड़ा गया आईएसआई का एजेंट कलीम मुजफ्फरनगर की जेल में बंद है।मामले की जांच सीओ स्तर के अधिकारी करेंगे।मामला जल्द ही एनआईए को भी ट्रांसफर हो सकता है।अगर मामला एनआईए को ट्रांसफर होता है, तो आरोपी को एनआईए कोर्ट लखनऊ में भी पेश किया जाएगा।फिलहाल शामली पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेने की तैयारी में है।
जांच पड़ताल में पता चला है कि पाकिस्तान में बैठे आईएसआई एजेंट अनपढ़ होने के बावजूद अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू का पूरा ज्ञान है। बातचीत करने के दौरान अगर किसी को उर्दू बोलने में कोई दिक्कत है तो उसे वीडियो कॉल के जरिए खुद ही ट्रेंड करते हैं।अगर किसी की अंग्रेजी या हिंदी में गड़बड़ है तो उसे सिखाते भी हैं। जेहाद फैलाना ही मकसद है, इसके लिए उकसाते हैं। आईएसआई एजेंट कलीम के भाई तहसीम को गिरफ्तार करने के लिए देर रात सीओ श्रेष्ठा ठाकुर और कोतवाली पुलिस ने नौकुआं मोहल्ले में दबिश दी, लेकिन मगर तहसीम हाथ नहीं लगा।
पुलिस ने बताया कि शामली के कई स्थानों पर आरोपी की तलाश में दबिश दी गई। जल्द आरोपी को पकड़ने का दावा किया है। उधर, दबिश से लोगों में भी हड़कंप मचा रहा। इसके अलावा लखनऊ की आईबी की टीम भी जांच के लिए पहुंची। आईबी की टीम ने भी शहर में डेरा जमा लिया है। वहीं सूत्रों के मुताबिक जांच पड़ताल में पता चला है कि तहसीम ज्यादातर रात में ही पाकिस्तान में बैठे दिलशाद मिर्जा से बात करता था, ताकि कोई उस पर शक न कर सके। तहसीम मोबाइल में सिम बदलकर एक फर्जी आईडी पर लिए गए सिम से बात करता था, ताकि पकड़ में न आ सके। पुलिस सूत्रों की मानें तो पूरे खेल का स्थानीय स्तर पर मास्टर माइंड तहसीम ही है।