डॉक्टर के हत्यारोपी पर घोषित हुआ 50 हजार का इनाम, संपत्ति पर चला योगी सरकार का बुलडोजर
सुल्तानपुर। डॉ. घनश्याम तिवारी की हत्या के सूत्रधार पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है। साथ ही प्रशासन ने उसके द्वारा किए गए अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। वहीं, शव का अंतिम संस्कार भी तीसरे दिन कर दिया गया। इस बीच पीड़ित पत्नी ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर मामले में पांच नामजद व चार अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की गुहार की है। विभिन्न राजनीतिक दलों व संगठनों द्वारा विरोध जताने के साथ ही हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी किए जाने की मांग की गई है। भूमि विवाद में शनिवार की शाम चिकित्सक पर लाठी-डंडे से हमला कर क्रूरतापूर्वक हत्या कर दी गई थी। अब तक इस मामले में आरोपित अजय नारायण सिंह व अज्ञात आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। सोमवार को बिजली विभाग के अतिथि गृह में एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया व आइजी प्रवीण कुमार ने पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ बंद कमरे में दिन भर मंथन किया।
राजस्व विभाग से जुड़े अधिकारी भी इसमें शामिल रहे। इसके बाद कार्रवाई के परिणामों के बारे में बाहर कयास लगाए जाने लगे। दोपहर बाद पुलिस व प्रशासन से जुड़े अधिकारी, राजस्व कर्मी व नगरपालिका कर्मी ट्रैक्टर व खोदाई मशीन (बुलडोजर) लेकर सुलतानपुर-वाराणसी मार्ग पर स्थित भाजयुमो कार्यालय पहुंचे। यहां से सोफा, एसी, पानी की टंकी समेत अन्य सामान निकालने के बाद ढहवा दिया गया। बताया गया कि यह कार्यालय नजूल की भूमि पर बना था। इसके तुरंत बाद प्रशासनिक अमला दल-बल के साथ नरायनपुर गांव स्थित पानी की टंकी के पास बने अजय नारायण सिंह के मैरिज लॉन पर पहुंचा। इसकी चहारदीवारी ध्वस्त करा दी। शास्त्रीनगर में किए गए अवैध कब्जे को भी मुक्त करा दिया।
दो दिन बाद भी आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर…
दो दिन बीत जाने के बाद भी अभी मुख्य आरोपित तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच सके। गिरफ्तारी के दबाव से जूझ रही पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा है। इस बीच डॉ. तिवारी की पत्नी निशा तिवारी ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर एफआईआर में अजय नारायण के अलावा भाजयुमो जिलाध्यक्ष चंदन नारायण, जगदीश नारायण, गिरीश नारायण, विजय नारायण समेत चार अन्य अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। एसपी ने बताया कि जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
आठ जगहों पर मिलीं घातक चोटें…
एसपी के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आठ जगहों पर घातक चोटें पाई गई हैं। डॉ. तिवारी के बाएं हाथ में फ्रैक्चर भी है। रिपोर्ट के अनुसार गंभीर चोटें व अधिक मात्रा में खून बहने से चिकित्सक की मौत हुई है।
चार करोड़ की भूमि कराई कब्जा मुक्त…
डीएम जिलाधिकारी जसजीत कौर ने बताया कि अजय नारायण व उसके परिवारजन के अवैध कब्जे से सरकारी भूमि को मुक्त कराने का अभियान शुरू कर दिया गया है। नगर पालिका क्षेत्र में तीन भूखंड को चिह्नित किया गया था, जिसे मुक्त कराने की कार्रवाई भी पूरी हो चुकी है। इसकी कीमत तकरीबन चार करोड़ आंकी गई है। और भूमि का चिह्नांकन किया जा रहा है। जिस भूमि को लेकर चिकित्सक की हत्या हुई है, उसका भी सीमांकन कराकर पीड़ित परिवार को कब्जा दिलाया गया है। परिवार ने जो अन्य सहायता मांगी है, उसके संबंध में एक रिपोर्ट तैयार कर शासन को प्रेषित की गई है।
एक गिरफ्तार, चिकित्सक की पत्नी को मिली सुरक्षा…
पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने बताया कि इस हत्याकांड के एक अन्य आरोपित जगदीश नारायण सिंह को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। चिकित्सक की पत्नी को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। लापरवाही बरतने पर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है।