पुलिस का ऑपरेशन जिराफ:यूपी में अपराधी-माफियाओं की आने वाली है शामत
प्रयागराज। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ ऑपरेशन माफिया चलाकर नस्तेनाबूत करने की कार्रवाई की है। यूपी पुलिस ने भू माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को एक कदम और आगे बढ़ाते हुए अपराध से अर्जित की गई संपत्तियां को कुर्क करने और बुलडोजर चलाने तक की कार्रवाई की है। प्रयागराज पुलिस अब बचे हुए माफियाओं और अपराधियों की संपत्ति का पता लगाने के लिए एक नई मुहिम की शुरुआत की है। इसे ऑपरेशन जिराफ का नाम दिया गया है।
ऑपरेशन जिराफ के जरिए माफियाओं की अपराध से अर्जित की गई अवैध संपत्ति को चिन्हित किया जाएगा। इसके बाद उसे कुर्क करने की भी कार्रवाई की जाएगी। ऑपरेशन जिराफ के तहत संगठित अपराध करने वाले माफियाओं, अपराधियों और उनके गुर्गों पर अंकुश लगेगा। खास तौर पर भू माफियाओं के खिलाफ इस अभियान के तहत कार्रवाई होगी।प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट के तीनों जोनों के डीसीपी को ऑपरेशन जिराफ की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है।
खास बात यह कि इस ऑपरेशन के जरिए अब तक संगम नगरी कुख्यात माफिया अतीक अहमद और दर्जनों माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। अतीक की अरबों की संपत्ति को कुर्क किया गया और उस पर बुलडोजर घरजा है, लेकिन अब भी प्रयागराज में ऐसे कई भू माफिया और अपराधी हैं, जिनकी संपत्तियों का पता लग रहा है।इनकी संपत्तियों का पता लगाने के लिए ही ऑपरेशन जिराफ शुरू किया गया है। ऑपरेशन जिराफ तहत गैंगस्टर,कुख्यात अपराधी और बड़े अपराधियों के शूटर के बारे में जानकारी हासिल कर उनके खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है।
पुलिस सूत्रों मिली जानकारी के प्रयागराज में ऑपरेशन जिराफ शुरू हो गया है। ऑपरेशन जिराफ के तहत माफिया अतीक अहमद की कई बेनामी संपत्तियों को चिन्हित किया जा रहा है।अतीक की इन संपत्तियों को चिन्हित करने के बाद राजस्व से इसका सत्यापन कराया जाएगा। इसके बाद पुलिस कमिश्नर प्रयागराज रमित शर्मा से कुर्की की अनुमति मांगी जाएगी।पुलिस कमिश्नर से कुर्की की अनुमति मिलने के बाद गैंगस्टर एक्ट 14 (1) के तहत कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
ऑपरेशन जिराफ के तहत ही पुलिस को माफिया अतीक अहमद की कई बेनामी संपत्तियों की जानकारी मिली है। इसमें शाहगंज थाना क्षेत्र में बंगाल होटल की प्रॉपर्टी के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है,जिसे कुर्क करने के लिए पुलिस कमिश्नर से अनुमति मांगी गई है। इसके अलावा मिन्हाजपुर में अतीक अहमद की बेगम लेडी डॉन शाइस्ता परवीन के नाम पर 200 वर्ग गज के प्लाट की भी जानकारी जुटाई गई है, जिसकी कुर्की की भी तैयारी की जा रही है। इसके अलावा झूंसी में भू माफिया गणेश यादव की भी प्रॉपर्टी चिन्हित कर उसकी गिरफ्तारी की गई है।
बता दें कि माफियाओं के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन जिराफ रखने के पीछे भी एक बड़ा कारण बताया जा रहा है। इसके पीछे यह तर्क दिया जा रहा है कि जिराफ की गर्दन काफी लंबी होती है और उसकी ऊंचाई बहुत होती है, जिससे वह अपने आसपास की चीजों को आसानी से देख सकता है, इसीलिए इसे ऑपरेशन जिराफ का नाम दिया गया है, ताकि माफिया और गैंगस्टर पर पैनी नजर रखी जा सके और उनके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाकर सख्त एक्शन भी लिया जा सके। योगी सरकार द्वारा ऑपरेशन माफिया चलाए जाने के बाद कई माफिया जमीन में घुस गए हैं, इसके बाद उनकी अवैध और बेनामी प्रॉपर्टियों पर भी कब्जे शुरू हो गए हैं। ऐसे लोगों को भी ऑपरेशन जिराफ के अंतर्गत लाया जाएगा और उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।