एडमॉन्टन में भारतीय मूल के सिख व्यक्ति की गोली मारकर की हत्या, 11 साल के बेटे को भी नहीं बख्शा
टोरंटो। कनाडा के एडमॉन्टन शहर में एक सिख व्यक्ति और उसके 11 वर्षीय बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 41-साल के हरप्रीत सिंह उप्पल और उनके बेटे की गुरुवार को एक शॉपिंग प्लाजा में गैस स्टेशन के बाहर उनके वाहन में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। एडमॉन्टन पुलिस ने कहा कि दोनों पीड़ितों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। गाड़ी में सवार एक अन्य लड़का बच गया। पुलिस ने कहा कि उप्पल ब्रदर्स कीपर्स नामक गिरोह का सदस्य था और हत्या का संबंध प्रतिद्वंद्वी यूएन गिरोह से है। वह अक्टूबर साल-2021 में तब एक हमले में बाल-बाल बच गए थे, जब एक बंदूकधारी ने उन पर कई गोलियां चलाईं थीं, तब वह अपने परिवार के साथ पिज्जा की दुकान पर खाना खा रहे थे। पुलिस ने कहा कि उप्पल को खत्म करने के इरादे से उनका पीछा किया गया और ऐसा ही हुआ। पुलिस ने कहा कि युवा शख्स व उसके बेटे के बारे में हम अभी तक नहीं जानते कि उन्हें क्यों निशाना बनाया गया। मृतक को गैर कानूनी हथियार रखने के आरोप में साल -2013 में 15 महीने की जेल हुई थी। उसे कोकीन रखने और तस्करी के आरोप में मुकदमे का सामना करना पड़ रहा था। \
अतीत में उन पर हथियार से हमला करने और गैरकानूनी बंदूक रखने का भी आरोप लगाया गया था। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उप्पल एडमॉन्टन के संगठित अपराध क्षेत्र में एक ‘बड़ा नाम’ था। पुलिस के मुताबिक यह साफ नहीं पाया है कि जब हमलावरों ने उप्पल का पीछा करना शुरू किया तो उन्हें यह पता था या नहीं कि कार में बच्चे हैं। मगर हमलावर ने जानबूझकर गोली मारकर बच्चे की हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि बच्चों को मारना एक समय ऐसी सीमा रेखा थी, जिसे अपराधी गिरोह के सदस्य अब तक पार करने से इनकार करते थे, लेकिन अब यह बदल रहा है। पुलिस ने कहा कि ऐसा नहीं लगता है कि अपराधी गिरोह के अधिकांश सदस्य इससे सहमत होंगे। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम लंबित रहने तक लड़के का नाम उजागर नहीं किया है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं की थी और किसी संदिग्ध की पहचान नहीं की थी।