छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पर सस्पेंस हुआ खत्म, विष्णुदेव साय बने नये सीएम
आदिवासी समुदाय से अजित जोगी के बाद छत्तीसगढ़ में कोई दूसरा मुख्यमंत्री नहीं बन पाया था, बीजेपी को विष्णुदेव साय को सीएम बनने से लोकसभा चुनाव 2024 में मिलेगा, फायदा…
रायपुर। तीन राज्यों में भाजपा को जनता ने प्रचंड बहुमत से की बागडोर सौंपी तो भाजपा शीर्ष नेतृत्व और संघ ने पहले अलग अलग राज्यों पर कई नामों पर मंथन किया और फिर तीनों राज्यों में तीन सदस्यीय पर्यवेक्षक टीम बनाकर भेजा। तीनों राज्यों में सबसे पहले छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री का चेहरा तय हो सका। केन्द्रीय नेतृत्व की मंशा को पर्यवेक्षक टीम जब नव निर्वाचित बिधायकों को बताया तो उसमें विष्णुदेव साय का नाम तय हुआ और बिधायकों ने उन्हें बिधायक दल का नेता चुन लिया। अब मध्य प्रदेश और राजस्थान में मुख्यमंत्री का चयन होना शेष है। छत्तीसगढ़ को नए मुख्यमंत्री मिल चुके हैं। विष्णुदेव साय को सर्वसम्मति से राज्य का नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया है। वहीं राज्य में दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। इस बाबत सूत्रों की मानें तो अरुण साव और विजय शर्मा राज्य के डिप्टी सीएम बन सकते हैं। विष्णु देव साय साल 1999, 2004, 2009 और 2014 में रायगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से लगातार चार बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।
विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री होंगे। बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है। विष्णुदेव राय छत्तीसगढ़ की कुनकुरी इलाके के कांसाबेल से लगे बगिया गांव के रहने वाले मूलत: किसान हैं। राज्य में आदिवासी समुराय की आबादी सबसे अधिक है और वे इसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनकी गिनती रमन सिंह के करीबी लोगों में होती है। साल 1989 में अपने गांव बगिया से पंच पद से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले विष्णुदेव साय साल 1990 में निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए थे। इसके बाद तपकरा से विधायक चुनकर साल 1990 से 1998 तक वे मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। इसके बाद साल 1999 में वे 13 वीं लोकसभा के लिए रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए। इसके बाद भाजपा ने उन्हें साल 2006 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया।
विष्णुदेव साय साल 2009 में 15 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से फिर से सांसद बने। फिर साल 2014 में 16 वीं लोकसभा के लिए वे फिर से रायगढ़ से सांसद बने। इस बार केंद्र में मोदी की सरकार ने उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री, इस्पात खदान, श्रम, रोजगार मंत्रालय बनाया। वे 27 मई, 2014 से 2019 तक इस पद पर रहे। पार्टी ने 2 दिसंबर, 2022 को उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया। इसके बाद विष्णुदेव साय 8 जुलाई, 2023 को भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया। विष्णुदेव साय साल 2020 में भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे। विष्णुदेव साय बिधायक, सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। संघ के करीबी नेताओं में उनकी गिनती होती है। विष्णुदेव साय की इसी मजबूत प्रोफाइल की वजह से उन्हें पार्टी ने सबसे बड़ा पद दिया है।
आदिवासी चेहरे पर भाजपा ने खेला दाव…
बता दें कि छत्तीसगढ़ में सीएम पद की रेस में विष्णु देव साय के अलावा रमन सिंह, रेणुका सिंह समेत कई अन्य नेताओं का नाम था। रेणुका सिंह ने हाल ही में सांसद पद से इस्तीफा दिया है। रेणुका सिंह प्रदेश की भरतपुर सोनहत सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं। राज्य में लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थीं कि भाजपा इस बार राज्य में आदिवासी चेहरे को सीएम बना सकती है। बता दें कि विष्णुदेव साय तीर बार प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रह चुके हैं. वो प्रदेश में आदिवासियों का बड़ा चेहरा हैं और रायगढ़ से तीन बार सांसद रह चुके हैं। मोदी सरकार के पहले कैबिनेट में वो राज्य मंत्री रह चुके हैं। संगठन और आरएसएस से उनकी करीबी है तथा पार्टी कार्यकर्ताओं में उनकी पकड़ अच्छी है। भाजपा विधायक दल की बैठक में यह फैसला भी लिया गया कि छत्तीसगढ़ में 2 डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। सूत्रों की मानें तो अरुण साव और विजय शर्मा डिप्टी सीएम हो सकते हैं। छत्तीसगढ़ के ऑब्जर्वर दुष्यंत गौतम ने कहा कि राज्य में 12 या 13 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन कराया जा सकता है।