दलित लड़के से शादी करने पर बेटी की माँ-बाप ने बेरहमी से की हत्या
तमिलनाडु से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। दलित युवक से शादी करने पर एक लड़की को उसी के परिवार वालों ने मौत के घाट उतार दिया। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। आखिर क्या है पूरा मामला आइए जानते हैँ।
दलित युवक से शादी…
मामला तमिलनाडु के तंजावुर जिले का है। जहां लड़की को एक दलित युवक से शादी करने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। दरअसल लड़की के परिवार वाले इस शादी से खुश नहीं थे। जिसकी वजह से परिवार वालों ने अपनी बेटी को मौत के घाट उतार दिया।
कल्लार जाति का राजनीतिक प्रभाव…
जानकरी के अनुसार लड़की का नाम ऐश्वर्या था और वह 19 साल की थी। वह तमिलाडु के पट्टुकोट्टई के नेवाविदुथी से हैं। ऐश्वर्या के तमिलनाडु के तंजावुर जिले के पूवलूर गांव के 19 साल के नवीन नाम के दलित युवक से प्रेम हो गया था। आपको बता दें कि नवीन कुला वेल्लार समुदाय से हैं। वेल्लार समुदाय एक अनुसूचित जाति है। जबकि ऐश्वर्या कल्लार (पिछड़े) समुदाय से थीं। ऐश्लर्या का कल्लार समुदाय उसके क्षेत्र में सामाजिक तौर पर एक विकसित जाति है। और इस इलाके में कल्लार जाति का राजनीतिक प्रभाव है।
वरिष्ठ अधिकारी का बयान…
मामले की जांच कर रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपने बयान में बताया है कि नवीन और ऐश्वर्या दोनों की प्रेम कहानी स्कूल के दिनों से शुरु हुई थी। नवीन ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पूरा किया और उसके बाद वह तिरुपुर में एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करने लगा। पढ़ाई पूरी करने के बाद ऐश्वर्या को भी उसी शहर में एक पावरलूम में काम मिल गया था।
विवाह कानूनी तौर पर वैध नहीं…
डेढ़ साल में नवीन और ऐश्वर्या का रिश्ता काफी गहरा हो गया और उन्होंने 31 दिसंबर, 2023में कोयंबटूर के पास अवरामपलयम के एक मंदिर में शादी कर ली। वरिष्ठ अधिकारी का यह भी कहना है कि उस वक्त नवीन की उम्र केवल 19 साल थीं। जिसकी वजह से उनकी शादी को कानूनी तौर पर वैध नहीं माना गया।
गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज…
कानूनी अड़चन के बारें में बारे में जोड़े को मालूम नहीं था। और वह अपना नया जीवन शुरु करने के लिए तिरुपुर के वीरपंडी इलाके में किराए पर घर लेकर रहने लगें। इस बीच 2 जनवरी को, ऐश्वर्या के पिता पेरुमल ने अपनी बेटी ऐश्वर्या की थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। कार्रवाई के दौरान ऐश्वर्या को उनके निवास से बरामद कर थाने ले आए।
संपर्क न करने की चेतावनी:
इस बीच ऐश्वर्या के पति नवीन ने भी पुलिस टीम का पीछा किया। पुलिस स्टेशन के बाहर इंतजार करने लगा। बाद में ऐश्वर्या के पिता की शिकायत के मुताबिक 3 जनवरी को करीब दोपहर 2 बजे ऐश्वर्या के पिता पेरुमल और उनके सहयोगी पुलिस स्टेशन पहुँचे और 30 मिनट के भीतर ऐश्वर्या को घर ले गए। दूसरी ओर नवीन को बताया गया कि वह अपने माता-पिता के साथ जाने के लिए सहमत है। नवीन को ऐश्वर्या से दोबारा संपर्क करने की कोशिश न करने की चेतावनी भी दी गई।
हत्या का आरोप…
नवीन उस रात अपने पैतृक गांव गया और अगली सुबह उसे ऐश्वर्या की मौत की खबर मिली। रिश्तेदारों द्वारा उसके शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया गया था। एफआईआर के मुताबिक, यह खबर सामने आई है ऐश्वर्या 3 जनवरी को अपने कमरे में मृत पाई गई थीं। और नवीन ने 7 जनवरी को ऐश्वर्या के परिवार पर हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई।
भारतीय दंड संहिता (IPC) में मामला दर्ज…
आपकों बता दें कि पुलिस ने अपराध में शामिल होने के संदेह में उसके पिता सहित परिवार के छह सदस्यों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 201 के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें सबूत नष्ट करने के लिए सजा का प्रावधान है।
जलाकर मार डाला…
तिरुपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अनुसार, यह बात भी सामने आ रही है कि पुलिस के सामने हुई बातचीत के बाद ऐश्वर्या अपने माता-पिता के साथ जाने के लिए तैयार हो गई थी। वहीं एक दूसरे अधिकारी ने कहा, “स्थानीय अधिकारियों ने भी उसकी उम्र को देखते हुए उसे माता-पिता के साथ जाने की सलाह दी होगी । लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि अगले कुछ घंटों में ऐश्वर्या की मौत की खबर सामने आ जाएगी।
“द टाइम्स ऑफ इंडिया” की खबर के मुताबिक यह बात भी सामने आ रही है कि ऐश्वर्या को उसके परिवार वालों ने जलाकर मारा है।
“बीबीसी की रिपोर्ट” के मुताबिक ऐश्वर्या को नेवाविदुति गांव में उसके पिता पेरुमल ने इमली के पेड़ से लटकाकर मारा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ऐसी अन्य घटनाएं…
आपकों बता दें कि तमिलना़डु में यह नयी घटना नहीं है। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएँ तमिलनाडु में हुई है। जैसे साल-2018 में भी तमिलनाडु में एक युवती को दलित युवक से प्रेम करने पर उसके परिवार ने उस पर शारीरिक जुल्म किया। युवती के पिता ने उसे जान से मारने की भी कोशिश की थी। कि तमिलनाडु के सामाजिक कार्यकर्ता कथीर दलितों के ख़िलाफ़ होने वाली हिंसा पर लगातार नज़र रखते हैं। उन्होंने एक रिपोर्ट निकाली, जिसमें साल-2022 में प्रेम और विवाह के कारण हुई हत्याओं का ब्यौरा दिया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, “हर साल 120-150 हत्याएं होती हैं. इन सभी को बर्बर हत्याएं माना जाना चाहिए.।”