बदायूं हत्याकांड: पुलिस से सवाल, मेरे बच्चों को क्यों मारा गया, नाराज पिता ने किया आत्महत्या का प्रयास
बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो मासूम बच्चों के धारदार हथियार से जघन्य हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया था। जिला प्रशासन और पुलिस को कुछ सूझ नहीं रहा था कि वह क्या करे ? ये तो अच्छा हुआ कि घटना के कुछ ही देर में घटना का मुख्य आरोपी साजिद पुलिस मुठभेड़ में मार दिया गया। फिर भी बदायूं में तनाव कम नहीं हुआ। दूसरे आरोपी जावेद को पुलिस ने बरेली से गिरफ्तार कर लिया, परन्तु दोनों मासूम बच्चों की मर्डर की मिस्ट्री से पुलिस ने पर्दा नहीं उठाया। इसी बात से आहत पिता विनोद ने आज अपनी बाइक में आग लगा दिया और खुद को भी आग के हवाले करने की कोशिश की, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस ने समय रहते विनोद को रोक लिया।
जिगर के टुकड़े आयुष और आहान की निर्मम हत्या के कारण का अब तक नहीं हो सका खुलासा, इससे नाराज बच्चों के पिता विनोद कुमार ने आत्मदाह करने का किया, प्रयास
मिली जानकारी के मुताबिक विनोद कुमार ने कहा कि वह परेशान हैं, क्योंकि पुलिस उनके बेटों की हत्या के पीछे के मकसद का पता लगाने में नाकाम रही है। मुझे आरोपी के एनकाउंटर या दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी से कोई मतलब नहीं है। मैं बस यह जानना चाहता हूं कि मेरे बच्चों को क्यों मारा गया ? छः दिन बाद भी हत्या की वजह का खुलासा न होने के चलते पुलिस प्रशासन से पीड़ित परिवार नाराज है। विनोद की मां और बच्चों की दादी मुन्नी देवी ने बताया है कि घटना को 6 दिन हो चुके हैं। पुलिस ने दूसरे आरोपी जावेद को भी गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ भी की है, पर अभी तक हत्या की वजह नहीं बता सकी है।
लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं, जिससे तंग आकर मेरे बेटे ने अपनी मोटरसाइकिल में आग लगा दी और खुद भी जान देने की कोशिश की है। बता दें कि बीते 19 मार्च को साजिद ने विनोद कुमार के घर में घुसकर आयुष और आहान की बेरहमी से हत्या कर दी थी। पुलिस ने साजिद को घटना के दो घंटे के भीतर एनकाउंटर में मार गिराया था। पुलिस साजिद के भाई जावेद को गुरुवार को बरेली से गिरफ्तार किया। जावेद भी हत्याकांड में शामिल था। साजिद ने हाल ही में इलाके में नाई की दुकान खोली थी। साजिद ने तीन भाइयों आयुष (12), पीयूष (10) और अहान उर्फ हनी (8) पर चाकू से हमला किया। हमले में आयुष और अहान की मौत हो गई, जबकि पीयूष को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था।