वायुसेना के पूर्व प्रमुख आरकेएस भदौरिया भाजपा में शामिल, गाज़ियाबाद या फिरोजाबाद से लड़ सकते हैं, चुनाव
नई दिल्ली। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, नेताओं और अधिकारियों का राजनीतिक पार्टियों में शामिल होने का क्रम जारी है। रविवार को पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता वरा प्रसाद राव वेल्लापल्ली भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। दोनों लोगों ने केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
इस मौके पर वरा प्रसाद राव वेल्लापल्ली ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्होंने बीजेपी को ज्वाइन किया है। वरा प्रसाद ने पीएम मोदी की कार्यशैली की प्रशंसा की। आरकेएस भदौरिया ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में भारत के लोगों में नया आत्मविश्वास आया है और सेना में सुरक्षा की दृष्टि से ये बहुत जरूरी है। भदौरिया ने कहा कि मोदी जी का अद्भुत नेतृत्व विकसित भारत बनाने में मदद करेगा। मोदी जी से प्रेरित होकर ही उन्होंने राजनीति में आने का फैसला किया।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और वारा प्रसाद राव का दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी में स्वागत है। उन्होंने कहा कि भदौरिया जी को वर्दी में देखता था तो बहुत प्रेरणा मिलती थी। सूत्रों के मुताबिक आरकेएस भदौरिया को भाजपा लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बना सकती है। भदौरिया को गाजियाबाद या फिरोजाबाद लोकसभा से भाजपा चुनावी मैदान में उतार सकती है, क्योंकि भाजपा ने गाजियाबाद और मेरठ लोकसभा से अभी तक अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है।
बता दें कि राकेश कुमार सिंह भदौरिया साल- 2019 से साल- 2021 तक वायुसेना प्रमुख के पद पर तैनात रहे थे। आरकेएस भदौरिया मूल रूप से आगरा जिले की बाह तहसील के कोरथ गांव के रहने वाले हैं। वायुसेना के प्रमुख के पद के तौर पर भदौरिया ने एक अक्टूबर, 2019 को पदभार संभाला था। भदौरिया ने वायुसेना प्रमुख रहते हुए अपने नेतृत्व क्षमता के कई उदाहरण दिए। भदौरिया ने 40 सालों तक वायुसेना में काम किया। भदौरिया की बेटी भी पायलट है। भदौरिया का परिवार पिछले कई दशकों से रक्षा क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। भदौरिया के पिता सूरजपाल सिंह वायुसेना में मास्टर वारंट अधिकारी थे और चाचा संतोष सिंह भी वायुसेना में थे। भदौरिया के एक अन्य चाचा देशपति सिंह रेलवे में, चाचा अरविंद सिंह आर्मी में सूबेदार थे।