अरविंद केजरीवाल को 15 दिनों के लिए कोर्ट ने भेजा न्यायिक हिरासत, तीन किताबों को पढ़ने की मांगी इजाजत
नई दिल्ली। आबकारी नीति मामले से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरोपी बनाए गए आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आबकारी घोटाला से जुड़े मनी लांन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उन्हें 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। केजरीवाल को इसके बाद कोर्ट से सीधा तिहाड़ जेल ले जाया जाएगा। दरअसल अरविंद केजरीवाल की रिमांड सोमवार को खत्म हो रही थी। ऐसे में ईडी ने उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया। ईडी ने कोर्ट से सीएम केजरीवाल की रिमांड न बढ़ाकर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की। ईडी ने कोर्ट से कहा कि ज़रूरत होगी तो बाद में फिर रिमांड लेंगे।
जेल में ये किताबें पढ़ना चाहते हैं, दिल्ली सीएम
सीएम केजरीवाल के वकील ने कोर्ट से ईडी की 15 दिनों की न्यायिक हिरासत के दौरान तीन किताबें पढ़ने की अनुमति मांगी है। दिल्ली सीएम ने जिन तीन किताबों को पढ़ने की अनुमति मांगी है, उनमें भगवद्गीता, रामायण और नीरजा चौधरी की ‘हाऊ प्राइमिनिटर्स डिसाइड’ शामिल है। अब केजरीवाल तिहाड़ जेल में रहते हुए चिंतन करेंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री रहते उन्हें जेल की सलाखों के पीछे आना पड़ा। उनके सारे ड्रामे और नौटंकी धरी रह गई और ईडी ने आख़िरकार गिरफ्तार कर उन्हें वहाँ पहुँचा दिया जहाँ उन्हें होना चाहिए था।
इस जेल में रहेंगे, दिल्ली सीएम केजरीवाल
ईडी केजरीवाल को कोर्ट से सीधे तिहाड़ जेल लेकर जाएगी। वह जेल नंबर 3, 5, 8 में से किसी एक में रखे जा सकते हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को लेकर तिहाड़ जेल में सोमवार सुबह ही तैयारियां शुरू कर दी गई। तिहाड़ में कुल 9 जेल हैं। सूत्रों के मुताबिक अरविंद केजरीवाल को यहां जेल नंबर 3, 5 या 8 में रखा जा सकता है। अभी कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को 2 नंबर जेल से 5 नंबर जेल में शिफ्ट किया गया है।
वहीं मनीष सिसोदिया को जेल नंबर 1 में रखा गया है। इस मामले की एक अन्य आरोपी बीआरएस नेता के. कविता को लेडी जेल 6 नम्बर जेल में रखा गया है। वहीं सतेंद्र जैन को तिहाड़ जेल की 7 नंबर जेल में रखा गया है। इस सेल में ED और CBI से संबंधित कैदियों को रखा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अभी तक आबकारी से जुड़े नेताओं को एक जेल में रखने के बजाय अलग-अलग जेलों में रखे जाने का चलन रहा है। अभी जेल मुख्यालय में डीजी, डीआईजी , एआइजी सभी मौजूद हैं।
ईडी ने 21 मार्च को किया था, गिरफ्तार
रिमांड अवधि समाप्त होने पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने सोमवार को केजरीवाल को राउज एवेन्यू की विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा के समक्ष पेश किया। इससे पहले अदालत ने 28 मार्च को केजरीवाल की चार दिन की रिमांड बढ़ा दी थी। साथ ही यह भी सवाल है कि क्या ईडी के बाद अब सीबीआई उन्हें रिमांड पर लेने के लिए अदालत के समक्ष आवेदन दाखिल करेगी। इससे पहले 21 मार्च को गिरफ्तार किए गए केजरीवाल को ईडी ने 22 मार्च को अदालत में पेश किया था और अदालत ने केजरीवाल को छह दिन की ईडी कस्टडी में भेज दिया था।
गोल-मोल जवाब दे रहे, केजरीवाल
इस मामले में ईडी की तरफ से पेश एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) एसवी राजू ने कोर्ट से कहा, ‘वह (केजरीवाल) केवल गोलमोल जवाब दे रहे हैं। बस कह रहे हैं मुझे नहीं पता, मुझे नहीं पता… बस यही जवाब दे रहे हैं। हम न्यायिक हिरासत की मांग करते हैं।’ ED ने जब कोर्ट को बताया कि अरविंद केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। ईडी ने कोर्ट को बताया विजय नायर को लेकर सवालों पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि विजय नायर मुझे नहीं, आतिशी मार्लेना को रिपोर्ट करते थे। किसी मामले में गोलमोल जवाब देने से कोई ब्यक्ति बाख नहीं सकता। जाँच एजेंसी के सामने गोलमोल जवाब तो देकर बाख सकते हो, परन्तु कोर्ट के सामने ट्रायल में गोलमोल जवाब दिया तो कोर्ट सजा भी कर सकती है और उसके बाद जीवन भर जेल में चक्की ही पीसनी पड़ेगी।
100 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप
ईडी का आरोप है कि आबकारी नीति में बदलाव के बदले केजरीवाल ने दक्षिण समूह के शराब व्यापारियों से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है और उक्त धनराशि का इस्तेमाल गोवा व पंजाब विधानसभा में खर्च किया गया था। ईडी की गिरफ्तारी व ईडी कस्टडी को केजरीवाल ने हाईकोर्ट में चुनौती है और मामले पर 3 अप्रैल को सुनवाई होनी है। इस मामले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह पहले से न्यायिक हिरासत में जेल में हैं। भ्रष्टाचार को उखड भेकने के संकल्प के साथ आम आदमी पार्टी का गठन हुआ था। गुरु अन्ना हजारे को धोखा देकर दिल्ली में केजरीवाल सरकार तो बना लिए परन्तु कुछ ही दिनों में केजरीवाल और उनका पूरा मंत्रिमंडल भ्रष्टाचार के आकंठ डूब गया और आज नतीजा सबके सामने है। दिल्ली सरकर के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री सहित कई मंत्री जेल में सड़ रहे हैं।