Loksabha Election 2024: आईये जाने नगीना लोकसभा सीट का इतिहास, वहां का जातिगत समीकरण और चुनावी आंकडे़
Loksabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की नई लोकसभा सीटों में से एक नगीना सुरक्षित सीट है। ये सीट नए परिसीमन के बाद साल- 2008 में अस्तित्व में आई थी। साल- 2009 में इस सीट पर पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ। इससे पहले नगीना लोकसभा क्षेत्र बिजनौर का हिस्सा था। यह लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। यहां लगभग 25 फीसदी एससी वोटर हैं और 50 फीसदी के आसपास मुस्लिम मतदाता हैं। इस लिहाज से ये सीट काफी अहम हो जाती है।
नगीना संसदीय सीट का गठन साल-2008 में हुआ और पहला चुनाव-2009 में हुआ
साल- 2009 में पहली बार जब इस सीट पर चुनाव हुआ, तब समाजवादी पार्टी के यशवीर सिंह धोबी ने जीत हासिल की, लेकिन साल- 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में यशवीर सिंह बीजेपी के यशवंत सिंह से यहां हार गए थे। पिछले चुनाव में इस सीट पर बीएसपी के गिरीश चंद्र जाटव ने जीत दर्ज की थी। नगीना सुरक्षित लोकसभा सीट अन्तर्गत कुल पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें नजीबाबाद, नगीना सुरक्षित, धामपुर, नहटौर सुरक्षित और नूरपुर की सीट शामिल है।
लोकसभा चुनाव-2024 में नगीना संसदीय सीट पर मतदाताओं की स्थिति
लोकसभा नगीना में कुल मतदाता 15 लाख, 86 हजार, 117 हैं, जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या- 9 लाख, 19 हजार, 918 और महिला मतदाताओं की संख्या- 7 लाख, 98 हजार, 682 हैं तो वहीं ट्रांसजेंडर मतदाता 97 हैं। इस सीट पर मुस्लिम और दलित बहुतायत हैं। हालांकि ये सभी सीटें बिजनौर जिले में आती हैं। साल- 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में तीन सीटें नजीबाबाद, नगीना सुरक्षित और नूरपुर समाजवादी पार्टी ने जीती हैं। जबकि दो सीटें धामपुर और नहटौर सुरक्षित पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। दोनों ही सीट पर बहुत मामूली अंतर से बीजेपी प्रत्याशी चुनाव जीते हैं। मगर जाट, ठाकुर और ओबीसी बिरादरी के मतदाता भी यहां जीत-हार में अपनी भूमिका निभाते हैं।
तीन बार हो चुके हैं, लोकसभा के चुनाव और तीनों बार अलग-अलग पार्टियों के निर्वाचित हुए थे, प्रत्याशी
इस सीट पर अभी तक सिर्फ तीन बार चुनाव हुए हैं। हर बार यहां की जनता नई पार्टी को चुनाव जीताकर अपना नया सांसद चुना है। इस सीट पर साल- 2009 में सपा, साल- 2014 में भाजपा और साल- 2019 में बसपा ने अपना खाता खोला था। लोकसभा चुनाव- 2024 का आज इस संसदीय सीट पर मतदान हो रहा है। इस सीट पर बीजेपी ने तीन बार के विधायक ओम कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। सपा-कांग्रेस गठबंधन ने पूर्व जज मनोज कुमार पर दांव चला है। जबकि बीएसपी ने सुरेन्द्र पाल सिंह को अपना उम्मीदवार उतारा है। बसपा ने इस सीट पर सुरेन्द्र पाल सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) से चंद्रशेखर भी नगीना सुरक्षित से चुनावी मैदान में उतर चुके हैं।
सपा उम्मीदवार मनोज कुमार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कहने पर ही साल-2023 में लिया था, अपर जिला जज पद से वीआरएस
सपा ने नगीना से पूर्व अपर जिला जज मनोज कुमार को प्रत्याशी बनाया है। वह मूल रूप से चंदौली के रहने वाले हैं। चर्चा है कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कहने पर ही 2023 में वीआरएस लिया था। उस समय उनकी पोस्टिंग बिजनौर में ही थी। सपा ने बिजनौर की दोनों लोकसभा सीटों पर दलित कार्ड खेला है। बिजनौर सीट से पूर्व सांसद यशवीर सिंह और नगीना से मनोज कुमार को प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी भी इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए रालोद के साथ मिलकर जोर लगा रही है। वह बीजेपी के डाक्टर यशवंत सिंह से चुनाव हार गए थे। साल- 2019 के चुनाव में उन्होने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी, लेकिन वहां कुछ दिन रहने के बाद वह फिर से समाजवादी पार्टी में आ गए थे।
विजनौर जनपद की दोनों लोकसभा सीटों पर सपा का सियासी दांव
अब समाजवादी पार्टी ने उन्हें बिजनौर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। यशवीर सिंह कैमिकल इंजीनियर हैं। इस बार इस सीट पर भाजपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी ओम कुमार हैं तो वहीं समाजवादी पार्टी ने पूर्व जज मनोज कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। मनोज कुमार बिजनौर में ही जज थे और उन्होंने वीआरएस लेकर नगीना सुरक्षित सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने का मन बनाया था। कांग्रेस से गठबंधन के बाद बिजनौर और नगीना सीट सपा के कोटे में आई थी।
साल- 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर…
नगीना सुरक्षित सीट पर साल- 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव पर नज़र डालें तो इस सीट पर बीएसपी के गिरीश चंद्र जाटव 5 लाख, 68 हजार, 378 वोट पाकर जीते थे। उन्होंने बीजेपी के यशवंत सिंह को 1 लाख, 66 हजार, 832 वोटों के बड़े अंतर से हराया था, दूसरे स्थान पर रहे यशवंत सिंह को 4 लाख, 1 हजार, 546 वोट मिले थे। यहां तीसरे स्थान पर कांग्रेस की ओमवती देवी रही थी। जिनके खाते में केवल 20 हजार, 46 वोट ही आए थे।
साल- 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर…
नगीना सुरक्षित सीट पर साल- 2014 में हुए लोकसभा चुनाव पर नज़र डालें तो इस सीट पर बीजेपी के यशवंत सिंह जीते थे। उन्होंने सपा के यशवीर सिंह धोबी को 92 हजार, 390 वोटों से हराया था। यशवंत सिंह को कुल 3 लाख, 67 हज़ार, 825 वोट मिले थे। जबकि सपा के यशवीर धोबी को 2 लाख, 75 हज़ार, 435 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर रहे बीसपी उम्मीदवार गिरीश चंद्र जाटव को 2 लाख, 45 हजार, 685 वोट मिले थे।
साल- 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर…
साल-2009 में नगीना सुरक्षित लोकसभा सीट पर हुए पहले चुनाव में समाजवादी पार्टी से यशवीर सिंह धोबी ने जीत दर्ज की थी। यशवीर ने बीएसपी के आरके सिंह (राम किशन सिंह) को हराया था। यशवीर को कुल 2 लाख, 34 हजार, 815 वोट मिले थे। जबकि बीएसपी के आरके सिंह को 1 लाख, 75 हज़ार, 127 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर आरएलडी के मुंशी रामपाल थे। मुंशी रामपाल को 1 लाख, 63 हज़ार, 62 वोट मिले थे।