प्रतापगढ़ भाजपा विधायक के मौर्या रिसॉर्ट में नकली तम्बाकू तस्कर द्वारा संचालित कौशल प्रशिक्षण केन्द्र में सैकड़ों युवाओं और युवतियों का भविष्य अंधकारमय
PRATAPGARH : वर्तमान भाजपा सरकार की तमाम नीतियां और योजनाएं जहां एक ओर हर घर मोदी और उनकी गारंटी का शंखनाद करते नजर आ रहे हैं तो युवाओं का इस सरकार में व्यवस्थित रोजगार जंगल में मोर नाचते हुए देखना है। केंद्र और प्रदेश की कौशल विकास प्रशिक्षण की योजना में राज्य सरकार द्वारा संचालित एक कौशल विकास केंद्र प्रतापगढ़ के भाजपा विधायक पुत्र आशीष की अनुकम्पा या मित्रता के बलबूते उनके रिसार्ट में भी चल रहा था।
विधायक के रिसार्ट में संचालित कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र पर लटक रहा है, ताला
सत्ता पक्ष के विधायक का चिलबिला में मौर्या रिसार्ट है। उसी मौर्या रिसार्ट में उत्तर प्रदेश कौशल विकास केंद्र संचालित हो रहा था। केंद्र का संचालन शिवम फाउन्डेशन के बैनर तले विधायक पुत्र आशीष मौर्य अपने साथ शिवम जायसवाल से करवा रहे थे। आत्मनिर्भरता और रोजगार दिलाने के सरकारी वादे का विभाग पर दबाव बनाकर मानकों में हेरफेर करके रोजगार की गारंटी वाला कौशल विकास केंद्र भाजपा विधायक के दबाव में खुल तो गया, परन्तु एक ही सत्र में धड़ाम हो गया।
सरकार द्वारा ट्रेनी बच्चों की सुविधाओं में भी हुआ है, गोलमाल
शिवम फाउन्डेशन के बैनर तले उत्तर प्रदेश कौशल विकास केंद्र जो संचालित हुआ, उसमें महज एक सत्र में तकरीबन 300 छात्र छात्राओं को किसी तरह कौशल विकास की ट्रेनिग पूरी कराई जा सकी। ट्रेनिग के दौरान सरकार ट्रेनी बच्चों को जो भी सुविधा देने का वादा करती है, उसे तो वहां ट्रेनिग लेने वाले युवा ही बेहतर बता सकते है। इसकी गहराई से जांच और गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
रिसार्ट में संचालित कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र से विधायक व विधायक पुत्र ने झाड़ा पल्ला
विधायक पुत्र आशीष मौर्या के साथी शिवम जायसवाल द्वारा शिवम फाउन्डेशन द्वारा संचालित कौशल प्रशिक्षण केन्द्र की वहां पिछले सत्र में जो हुआ उसकी जानकारी तो वहां के लाभार्थी ही बेहतर जानते होंगे और अगर वो वोटर है तो इसका उत्तर वो अपने मताधिकार से देने में सक्षम और स्वतंत्र है। केंद्र का संचालन शिवम् जयसवाल अपने नकली तंबाकू तस्करी से कमाए काले धन को सफेद करने के फिराक में कर्मठ ईमानदार और सज्जन स्वभाव के रूप में प्रसिद्ध विधायक जी को किस तरह प्रयोग किया वो उसकी तस्करी में हुई गिरफ्तारी के बाद जगजाहिर है।
शिवम फाउन्डेशन द्वारा संचालित कौशल प्रशिक्षण केन्द्र के प्रशिक्षको का मानदेय अधर में लटका
ऐसे में गौर करने वाली बात ये है कि होली से पूर्व समाप्त केंद्र के प्रथम सत्र के बाद नए बैच में अपना स्थान निश्चित करने के लिए लगभग 100 युवा अपने फॉर्म केंद्र पर सभी आवश्यक दस्तावेज के साथ जमा कर चुके हैं। बच्चों का प्रशिक्षक भी आगे के सत्र की तैयारी को ध्यान में रखते हुए अपने स्तर पर सभी आवश्यक कार्य समय से पूर्ण करने में बिना नागा लगे हुए थे। ऐसे में अचानक शिवम् जायसवाल की गतिविधि ने सभी को हतप्रभ कर दिया। शिवम् जायसवाल को तो उसके साथियों के साथ उसके द्वारा किए गए असंवैधानिक काम का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
जनपद प्रतापगढ़ में रोजगार गारंटी योजना पर लगा रहा है, सवालिया निशान
अहम् सवाल यह है कि उत्तर प्रदेश कौशल विकास केंद्र में जरूरतमंद प्रशिक्षकों का लटका मानदेय और पंजीकरण सुनिश्चित करने के लिए युवाओं द्वारा जमा किए गए दस्तावेज अधर में लटक गया है। सरकार के जनप्रतिनिधि चुनावी मौसम में बने ऐसे माहौल में सरकार के स्किल इण्डिया के इस प्रोजेक्ट में आए इस स्थिति में आमजनमानस को राहत दिलाने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं ? यह यक्ष प्रश्न जनपद के सैकड़ों युवाओं के लिए चिंता का विषय बना हुआ है और जनपद में रोजगार गारंटी योजना में एक सवालिया निशान लगा रहा है।