Lok Sabha Election 2024: फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट का इतिहास, वहां का जातिगत समीकरण और चुनावी आंकड़ों की गुणा-गणित
Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से एक फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट है। यह सीट साल- 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। इस सीट पर अभी तक सिर्फ तीन बार ही चुनाव हुए हैं। साल- 2009 में पहली बार हुए चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने जीत दर्ज की थी। साल- 2014 में मोदी लहर में यह सीट भारतीय जनता पार्टी के खाते में गई थी और चौधरी बाबूलाल एकतरफा चुनाव जीते थे। तीसरी बार भाजपा के प्रत्याशी राजकुमार चाहर को बड़ी जीत मिली थी।
साल- 2008 में परिसीमन के बाद फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट अस्तित्व में आई
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है। यह सीट 2008 से अस्तित्व में आई। नए परिसीमन में फतेहपुर सीकरी लोकसभा का गठन हुआ था। फतेहपुर सीकरी सीट पर सबसे पहला चुनाव जीतने का इतिहास बसपा के नाम बना है। साल- 2009 में फतेहपुर सीकरी में पहला लोकसभा चुनाव हुआ, जिसमें बसपा ने सभी दलों को पछाड़ कर जीत अपने नाम की थी। फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट आगरा जनपद में आती है, जिससे फतेहपुर सीकरी की चुनावी हवा का असर आगरा लोकसभा सीट पर भी नजर आता है।
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर दो टुकड़ों में बंटी भाजपा, विधायक के बेटे ने छेड़ा है, महासंग्राम
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले की फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान सांसद राजकुमार चाहर को प्रत्याशी बनाया है। वह भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं। दूसरी ओर इस सीट पर भाजपा विधायक के बेटे ने ही लोकसभा प्रत्याशी राजकुमार चाहर के खिलाफ महासंग्राम का ऐलान कर समरभूमि में कूद पड़े हैं। कहा जा रहा है कि भाजपा के गढ़ में अपनों की बगावत खेल बिगाड़ सकती है। यूपी की फतेहपुर लोकसभा सीट पर भाजपा दो टुकड़ों में बंटी दिख रही है।
”अयोध्या और काशी ने लक्ष्य पा लिया है, अब ”ब्रज” की बारी है”, फतेहपुर सीकरी में बोले योगी आदित्यनाथ
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट ब्रज क्षेत्र में आती है। फतेहपुर सीकरी लोकसभा मुगलकालीन स्मारकों, बुलंद दरवाजा और शेख सलीम चिश्ती की दरगाह के लिए विख्यात है। फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर चुनाव रोचक रहता है। फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के चुनाव परिणाम पर सभी की नजरे रहती है। क्योकि फतेहपुर सीकरी का चुनाव परिणाम आस पास कई लोकसभा सीट पर असर डालता है।
दो लोकसभा चुनाव से बीजेपी का फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर है, कब्जा
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर राजनीतिक दलों की बात करे तो कांग्रेस, भाजपा, बसपा , समाजवादी पार्टी और आरएलडी अपनी तागत के साथ चुनावी मैदान में उतरते है। फतेहपुर सीकरी पर बसपा का कब्ज़ा केवल एक ही चुनाव में रहा, उसके बाद लगातार दो बार से फतेहपुर सीकरी सीट भाजपा का कब्ज़ा बना हुआ है।
साल- 2009 में बीएसपी की सीमा उपाध्याय विजयी रही
पहले चुनाव में बसपा ने उस समय के बसपा के कद्दावर नेता रामवीर उपाध्याय की पत्नी को टिकट देकर मैदान में उतारा था तो वही कांग्रेस ने अभिनेता राज बब्बर को टिकट दिया था। साल- 2009 में बीएसपी की सीमा उपाध्याय ने 2 लाख, 9 हजार, 466 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी तो वहीं कांग्रेस के राज बब्बर 1 लाख, 99 हजार, 530 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे। जबकि बीजेपी के राजा महेंद्र अरिदमन सिंह को 1 लाख, 54 हजार, 373 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। साल- 2009 की चुनावी लड़ाई त्रिकोड़ीय हुई थी।
साल- 2014 के चुनाव में बीजेपी ने हासिल की थी, जीत
साल- 2019 में भी भाजपा के हिस्से में आई थी, फतेहपुर सीकरी की सीट
साल- 2024 के चुनाव में भाजपा विधायक के पुत्र निर्दलीय चुनाव लड़कर पार्टी को पहुँचा रहे हैं, नुकसान
लोकसभा सीट फतेहपुर सीकरी में हैं, पांच विधानसभा सीटें
फतेहपुर सीकरी में कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 17 लाख है
फतेहपुर सीकरी लोकसभा का जातीय समीकरण
बीजेपी से राजकुमार चाहर, कांग्रेस से रामनाथ सिकरवार और बसपा से रामनिवास शर्मा हैं, प्रमुख उम्मीदवार
भाजपा ने फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद राजकुमार चाहर को ही प्रत्याशी घोषित किया है। बसपा ने इस सीट से रामनिवास शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है तो वहीं कांग्रेस व सपा गठबंधन से कांग्रेस को मिली इस सीट पर रामनाथ सिंह सिकरवार को उतारा गया है। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस सीट से भाजपा का फिर से चुनाव जीतना आसान नहीं है। चुनाव इस सीट पर काफी रोचक होने जा रहा है।
दरअसल, चौधरी रामेश्वर ने भाजपा हाई कमान से फतेहपुर सीकरी से टिकट की मांग की थी, लेकिन भाजपा ने यहां से अपना प्रत्याशी नहीं बदला। इसलिए यहां से चौधरी रामेश्वर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। लोकसभा चुनाव- 2024 को लेकर आगरा की फतेहपुर सीकरी सीट सबसे हॉट सीट बन गई है। फतेहपुर सीकरी इस बार किसकी होगी और किसको जनता चुनेगी, इसका फैसला 7 मई को तीसरे फेस में होने वाले मतदान में हो जाएगा।