लोकसभा सीट प्रतापगढ़ से भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता आज किया नामांकन
PRATAPGARH: लोकसभा सीट प्रतापगढ़ से भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता आज नामांकन किया। नामांकन से पहले आईटीआई के सामने जनसभा कर दिखाया अपना दमखम दिखाया और मोदी सरकार की उपलब्धि गिनाई। पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की एकजुटता का भी प्रयास किया गया ताकि प्रतापगढ़ के जनमानस में भाजपा में मुड़ फुटौव्वल की खबरों का पटाक्षेप किया जा सके।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य में कूट-कूट कर भरा है, घमंड
भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने उत्तर प्रदेश के सभी 80 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के मनोबल बढ़ाने और नामांकन को सफल बनाने के लिए एक बड़े नेता को लगा रखा है। प्रतापगढ़ और कौशाम्बी संसदीय सीट के नामांकन हेतु डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को यह जिम्मेदारी दी गई थी। भाजपा प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता के नामांकन में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पहुंचे। पहले जनसभा में शामिल हुए। अपने प्रत्याशी के लिए जनता से जन समर्थन माँगा। दूसरी बार संगम लाल गुप्ता को जिताने की मतदाताओं से अपील की।
नाराज भाजपाईयों को भी नामांकन से पहले जनसभा में एकजुट करने का किया गया प्रयास
जनसभा स्थल से कलेक्ट्रेट परिसर जहां नामांकन स्थल बनाया गया है, वहाँ के लिए भगवा रंग में एक बड़े वाहन को सजाया गया था और उस पर सवार होकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और भाजपा प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता, विधायक राजेन्द्र मौर्य, विधायक जीत लाल पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष मौर्या नामांकन पत्र को दाखिल कराने नामांकन कक्ष गए। तीन सेट में किया गया नामांकन। भाजपा प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता ने कहा कि प्रतापगढ़ लोकसभा क्षेत्र की जनता उनके लिए देवतुल्य है। जनता जनार्दन इस बार विकास और समृद्धि का ‘कमल’ खिलाने जा रही है।
यूपी की सभी 80 सीटों पर जीत भाजपा के प्रत्याशी कमल खिलाने के लिए तैयार हैं- केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम
नामांकन के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अपने बड़बोले अंदाज में कहा कि यूपी में 80 में 80 सीट भारतीय जनता पार्टी जीत रही है। सपा-बसपा और कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है। कोई सीट छोड़कर के भाग रहा है तो कोई पार्टी छोड़कर के भाग रहा है। डिप्टी सीएम ने राहुल गांधी पर तंज कसा कहा कि आज अमेठी छोड़कर भाग गए। लोकसभा चुनाव- 2024 के परिणाम बाद रायबरेली को बाप की बपौती कहना छोड़ देंगे। इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के चेहरे पर घमंड का तापमान सांतवें आसमान पर रहा। वह यह भी भूल गए कि अभी साल-2022 के विधानसभा चुनाव में उनकी विधानसभा में ही उनके छक्के छुड़ा दिए और बुरी तरह शिकस्त खाई थी।
विधानसभा में अपनी करारी हार से भी केशव प्रसाद मौर्य के अंदर नहीं आया बदलाव, तू तड़ाक करके बीतचीत करने का रहता है, अंदाज
चुनाव में हार जीत तो होता ही रहता है। परन्तु लोकतंत्र में घमंड का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का जनता में कोई पकड़ नहीं है। सच बात तो यह है कि वह जिस विरादरी से आते हैं उस विरादरी के मतदाता उनके कहने पर 10 फीसदी मतदान नहीं करेंगे। तभी भाजपा मौर्या का वोट बैंक साधने के लिए स्वामी प्रसाद मौर्या को भाजपा में शामिल किया था, परन्तु वह भी हिन्दू और सनातन विरोधी बात करने की वजह से भाजपा ने उन्हें दरकिनार कर दिया। केशव प्रसाद सिराथू विधानसभा से बुरी तरह शिकस्त खाने के बाद भी शीर्ष नेतृत्व में पकड़ की वजह से डिप्टी सीएम बने बैठे हैं।