जयपुर। भ्रष्टाचार रोकने का जिम्मा सरकार के जिस डिपार्टमेंट पर है। अगर उसी डिपार्टमेंट के अफसर खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हो तो फिर क्या किया जाए। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने पिछले चार पांच साल में बहुत बड़ी कार्रवाइयां की। आईएएस और आईपीएस अफसरों के साथ कई जनप्रतिनिधियों को भी गिरफ्तार किया जो भ्रष्टाचार में लिप्त थे। अब एसीबी खुद भ्रष्टाचार के जाल में फंस गई है। एक आईजी स्तर के पुलिस अधिकारी के खिलाफ एसीबी में भ्रष्टाचार करने का मुकदमा दर्ज हुआ है। एसीबी में डीआईजी रहते समय आईपीएस विष्णुकांत पर 10 लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है। तीन साल पुराने में मामले में अब एफआईआर दर्ज हुई। मामले की जांच एडिशनल एसपी सुनील सिहाग को दी गई है।
रमेश राज़दार खुलासा इंडिया के संस्थापक एवं मुख्य संपादक हैं। शैक्षिक जीवन में लोकतंत्र के चतुर्थ स्तम्भ के प्रति ऐसा आकर्षण हुआ कि वर्ष- 2000 में पत्रकारिता जगत में स्वयं को स्थापित करने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं को त्यागकर समाचार पत्र को ही अपना कैरियर चुन लिया। कालांतर में समाचार पत्र को छोड़ मासिक और पाक्षिक पत्रिकाओं में कार्य किया। कुछ दिनों तक सत्यकथा और मनोहर कहानियां जैसी पत्रिकाओं में भी अपना योगदान दिया। डिजिटलाइजेशन का दौर शुरू हुआ तो खुलासा इंडिया वेब न्यूज़ पोर्टल की स्थापना किया।
लॉ ग्रेजुएट होने के बाद पत्रकारिता जगत में ही कार्य करने की इच्छा से खुलासा इंडिया की स्थापना कर आज इस मुकाम तक पहुँच सके। राज़दार जी स्वस्थ एवं स्वछन्द पत्रकारिता को जीवंत रखने के उद्देश्य से आमजन को भागीदार बनाकर पत्रकारिता की निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं विश्वनीयता बनाये रखने के लिए कृत संकल्पित हैं। वें जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा धारक हैं। रमेश तिवारी एक निष्पक्ष एवं निर्भीक पत्रकार हैं जो खुलासा इंडिया को मजबूत बनाने में अहम योगदान देते हैं।