द्रौपदी का सिर्फ चीरहरण ही नहीं, बल्कि चरित्र हनन भी हुआ, स्वाति मालीवाल मामले पर भाजपा ने ऐसा क्यों कहा
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई कथित मारपीट मामले में आरोपी और पीड़ित दोनों ने ही एक दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया है।पहले स्वाति मालीवाल ने एफआईआर दर्ज करवाया तो बाद में केजरीवाल के सचिव विभव कुमार ने भी सांसद स्वाति मालीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दिया। दोनों ने ही एक-दूसरे पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। स्वाति मालीवाल ने एफआईआर में दावा किया था कि जब वह दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंची तो केजरीवाल के सचिव विभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की और दुर्व्यवहार किया।
स्वाति और विभव कुमार
जवाबी एफआईआर में विभव कुमार ने आरोप लगाया कि स्वाति मालीवाल बिना अनुमति या अपॉइंटमेंट के अरविंद केजरीवाल के आवास में दाखिल हुईं थीं।इस मामले को आम आदमी पार्टी ने भी एक बयान जारी कर भाजपा पर लोकसभा चुनावों के बीच आप को अस्थिर करने की साजिश करार दिया है।आप नेता आतिशी ने दावा किया कि स्वाति मालीवाल ने सीएम हाउस में दाखिल होने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया। वह नियम का पालन किए बिना ही सीएम आवास में घुस गईं।
आप ने जारी किया नया सीसीटीवी फुटेज
आप और विभव कुमार दोनों का आरोप है कि जब सांसद स्वाति को सुरक्षा बलों ने वहां से जाने के लिए कहा तो वह आक्रमक हो गईं और गालियां दीं।आतिशी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक नए सीसीटीवी फुटेज का जिक्र किया, जिसमें स्वाति मालीवाल को मुख्यमंत्री के घर से बाहर ले जाते हुए दिखाया गया है।आतिशी ने कहा कि फुटेज में देखा जा सकता है कि स्वाति मालीवाल घायल नहीं थीं,लेकिन उनका दावा है कि वह चल नहीं सकती थीं,लेकिन फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि अरविंद केजरीवाल के आवास से बाहर निकलते समय मालीवाल ठीक हैं।
स्वाति पर भाजपा से मिलीभगत का आरोप
आतिशी ने स्वाति मालीवाल पर लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी को बदनाम करने के लिए भाजपा के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगाया।दूसरी तरफ भाजपा केजरीवाल की चुप्पी के लिए उनकी आलोचना कर रही है। भाजपा का कहना है कि इस मामले पर केजरीवाल अब तक चुप क्यों हैं। भाजपा ने चुप्पी साधने पर उनको मुख्य अपराधी कहा है।
आप पर भाजपा का पलटवार
भाजपा प्रवक्ता सहजाद पूनावाला ने कहा कि पहले भ्रष्टाचार, फिर दुराचार यही आम आदमी पार्टी का व्यवहार है।यह घटना 13 मई को राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई। सबसे पहले, वे ( AAP चुप रही, उसके बाद उनके द्वारा (घटना के बारे में) थोड़ी स्वीकृति दी गई, उसके बाद आरोपियों का बेशर्मी से बचाव किया गया, लेकिन उन्होंने फिर अपनी रणनीति बदल दी और पीड़िता पर ही हमला कर दिया।द्रौपदी के साथ सिर्फ चीरहरण ही नहीं हुआ, बल्कि चरित्र हनन भी हुआ।