यूपी में नहीं बाज आ रहे वर्दीधारी; एसपी ने मारा छापा तो दीवार कूद कर भागा इंस्पेक्टर, बिस्तर के नीचे मिला नोटों का जखीरा
बरेली। उत्तर प्रदेश में लगातार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई चल रही है, लेकिन भ्रष्टाचारी हैं कि बाज नहीं आ रहे हैं। खासकर यूपी में बेलगाम हुए वर्दीधारी खाकी की छवि को धूमिल कर रहे हैं। ताजा मामला बरेली का हैं, जहां एक इंस्पेक्टर पर 7 लाख रुपए घूस लेकर दो स्मैक तस्करों को छोड़ने का आरोप लगा। मामला जब एसएसपी बरेली अनुराग आर्य के संज्ञान में आया तो इस प्रकरण की जांच के लिए सीओ फरीदपुर गौरव सिंह को थाने पर भेजा। थाने पर पहुंचने के बाद गौरव सिंह को पता चला कि फरीदपुर इंस्पेक्टर रामसेवक ने 700000 लाख रुपए लेकर दो स्मैक तस्करों को छोड़ दिया है। जिसकी रिपोर्ट तुरंत ही एसएसपी बरेली को दी गई।
एसएसपी बरेली ने तुरंत इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया। आदेश मिलने के तुरंत बाद सीओ फरीदपुर गौरव सिंह ने इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने के लिए जैसे ही आगे बढ़े तो इंस्पेक्टर दीवार कूदकर फरार हो गया। एसएसपी के आदेश पर फरीदपुर इंस्पेक्टर के आवास की तलाशी ली गई। इंस्पेक्टर के कमरे से बिस्तर के नीचे से रिश्वत के 9.96 लाख रुपए बरामद किए गए। एसएसपी ने इस मामले में थाना अध्यक्ष रामसेवक के खिलाफ गंभीर धाराओं में सीओ फरीदपुर गौरव सिंह की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं एसएसपी ने इंस्पेक्टर रामसेवक को निलंबित कर दिया गया है और उसकी तलाश में कई टीमों को लगा दिया गया है। वहीं इंस्पेक्टर के अवैध वसूली करने की जांच भी की जा रही है।
स्मैक तस्करों से वसूले थे 7 लाख
इंस्पेक्टर राम सेवक ने आलम पुत्र मो इस्लाम और नियाज अहमद पुत्र शेर मोहम्मद नवदिया अशोक से 7 लाख की अवैध बसूली की थी। इंस्पेक्टर ने दोनों को पकड़ने के बाद वसूली भी कर ली और करीब 300 ग्राम स्मैक भी हजम कर ली। इंस्पेक्टर के आवास पर एसपी देहात मानुष पारीक और सीओ गौरव सिंह ने छापा मारा तब उसके सूटकेस में रुपये भरे हुए थे। बताया जा रहा है इंस्पेक्टर लग्जरी गाड़ी रखने का शौकीन है।