मैं शराब तो पीता हूँ, मगर किसी का खून नहीं पीता हूं, कवि सम्मेलन में बोले शहर विधायक
लखीमपुर खीरी। शहर में हुए एक कवि सम्मेलन के दौरान सदर विधायक योगेश वर्मा का मंच पर का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है l जिसपर कवि से माइक पकड़कर विधायक खुद बोलने लगते है कहते है की मुझ पर आरोप लगता है की मैं शराब पीता हूं, तो हा मैं शराब पीता हूं पर मैं किसी का खून नहीं पीता। ये मेरे छात्र संघ के संस्कार है। मैने अपने पूरे जीवन में किसी का खून नहीं पिया। मैं पीता हू तो अपनी मित्र मंडली के साथ पीता हूं और सबके सामने पीता हूं l कवि सम्मेलन में मंच से विधायक का यह बयान अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वापस जाने के बाद कवि विष्णु सक्सेना ने भी इस घटना का अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जिक्र किया है।
लखीमपुर खीरी के विख्यात राष्ट्रीय मंचो पर पढ़ने वाले वीर रस के कवि आशीष अनल ने अपने पिता की स्मृति में मंगलवार को विलोबी मैदान में एक बड़े कवि सम्मेलन का आयोजन किया था, जिसमें देश के नामचीन गीतकार, संतोषा नंद, कवि हरिओम पवार, विष्णु सक्सेना, शबीना अदीब संभू शिखर आदि काव्य पाठ कर रहे थे। बताते हैं इस दौरान काव्य पाठ सुन रहे सदर विधायक योगेश वर्मा उठकर मंच पर पहुंच गए और काव्य पाठ कर रहे कवि विष्णु सक्सेना के हाथ से माइक ले लिया और बोलते बोलते भावुक हो गए। हाथ में माइक लेकर विधायक ने विधायक बोले कि हम पर आरोप लगता है कि मैं शराब पीता हूं। हां तो मैं शराब पीता हूं पर, मैं किसी का खून नहीं पीता। ये मेरे छात्र संघ के संस्कार है। मैने अपने पूरे जीवन में किसी का खून नहीं पिया। मैं पीता हू तो अपनी मित्र मंडली के साथ पीता हूं और सबके सामने पीता हूं। इसका किसी ने वीडियो बनाया जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
लखीमपुर के श्रोताओं का मैं एक बार फिर फैन हो गया
उधर कवि सम्मेलन से वापस जाने के बाद कवि विष्णु सक्सेना ने अपने फेसबुक पोस्ट पर इस घटना का जिक्र करते हुए लिखा है कि कल लखीमपुर के श्रोताओं का मैं एक बार फिर फैन हो गया। विषम परिस्थितियों में भी मुझे अपनी ढेर सारी मोहब्बतें से नवाज दिया, लेकिन सभी प्रशंसकों से क्षमा मांगता हूँ कि उन्हें देर तक नहीं सुना पाया। जो दो कारण मुख्य थे उसको पूरे जन समुदाय ने महसूस किया उसमे मेरा कोई दोष नहीं है फिर भी मुझे अफ़सोस है।