पैरोल पर रिहा हुए बलात्कारी ने कुछ घंटों बाद बेटी को बनाया हवस का शिकार, उसके बाद भतीजी से भी किया रेप
कहते है धरती पर इंसान से बड़ा जानवर कोई नहीं है। लोग हवस के भूख में इतने अंधे हो गए है कि उन्हें पता नहीं चलता है कि आखिर वो कर क्या कर रहे हैं। इसके चक्कर में एक आदमी ने जेल से छूटने के बाद अपनी ही सगी नबालिग बेटी और भतीजी को हवस का शिकार बना लिया। ताजा मामला छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर का है, जहां 19 अक्टूबर को पैरोल पर जेल से रिहा हुए 36 वर्षीय बलात्कारी ने अगले तीन दिनों तक अपनी 11 वर्षीय बेटी और 12 वर्षीय भतीजी के साथ बलात्कार किया। घटना पर पुलिस ने मंगलवार 29 अक्तूबर को कहा कि बीते 22 अक्तूबर को किसी तरह से हिम्मत जुटा कर पीड़ित बच्चियों ने पुलिस थान में परिजनों के साथ आकर रेप की शिकायत दर्ज की।
पुलिस ने कहा कि आरोपी को 2020 में एक रिश्तेदार के बच्चे के साथ बलात्कार का दोषी ठहराया गया था और सजा काट रहा था। इसके बाद उसने जेल से छूटने के बाद फिर से हवस के चक्कर में अपनी 11 साल की बेटी और 12 साल की भतीजी को शिकार बना लिया। वहीं शिकायत दर्ज करने के 4 दिनों बार आरोपी को 26 अक्टूबर को 150 किमी दूर कोरबा जिले से गिरफ्तार किया गया।
बेटी और भतीजी ने की रेप की शिकायत…
व्यक्ति की 11 वर्षीय बेटी 22 अक्टूबर को अपने रिश्तेदारों के साथ उत्तरी छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के बैकुंठपुर पुलिस स्टेशन में पहुंची। लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके पिता ने 19 अक्टूबर की रात उसके कमरे में उसके साथ बलात्कार किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि दो दिन बाद 21 अक्टूबर की दोपहर वह फिर उसकी बेटी को पकड़कर लकड़ी बीनने के बहाने गाड़ा-बूढ़ा जंगल में ले गया। उसने उसके साथ फिर से बलात्कार किया। पुलिस ने कहा कि लड़की द्वारा अपने पिता के खिलाफ शिकायत करने के कुछ समय बाद, उसकी भतीजी भी अपनी मां के साथ बैकुंठपुर पुलिस स्टेशन पहुंची। उसने शिकायत की कि उसके चाचा ने 21 अक्टूबर को उसे जंगल में खींच लिया और उसके साथ बलात्कार किया।
पुलिस ने आरोपी को दबोचा….
बैकुंठपुर पुलिस अधीक्षक (एसपी) सूरज सिंह परिहार ने कहा कि 21 अक्टूबर की रात से लापता व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था। अधिकारी ने कहा, “विशेष टीम ने आरोपी के रिश्तेदारों, पड़ोसियों और आसपास के गांवों के लोगों से पूछताछ करके उसका पता लगाया। आरोपी अपने साथ मोबाइल फोन नहीं ले जा रहा था और उसने एक या दो बार किसी अन्य व्यक्ति के मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था। परिहार ने कहा, साइबर सेल से तकनीकी इनपुट और आसपास के लोगों से मिली जानकारी के आधार पर, पुलिस टीम ने बंघो पुलिस स्टेशन (कोरबा जिला) के तहत बुरानी झरिया और अम टिकरा इलाके में छापेमारी की और 26 अक्टूबर की रात को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।