हरदोई में SDM पर एक बार फिर लटकी कार्यवाही की तलवार, ADM की जांच के बाद शासन को भेजी गई रिपोर्ट
जनपद में एक बार फिर एक एसडीएम पर कार्यवाही की तलवार लटकती हुई नजर आ रही है। हरदोई में कार्यरत रही तत्कालीन एसडीएम और तत्कालीन तहसीलदार पर हुई कार्रवाई के बाद यह दूसरी बार होगा कि किसी एसडीएम पर जनपद में कार्यवाही होगी। हाल ही में वर्तमान समय में संडीला में तैनात एसडीएम अरुणिमा श्रीवास्तव पर जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे।
जिलाधिकारी द्वारा अपर जिलाधिकारी को मामले की जांच का जिम्मा सौपा गया था। जांच के दौरान ही एसडीएम अरुणिमा श्रीवास्तव का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था जिसमें वह कहती सुनाई पड़ रही थी कि मुन्ना बाबू यह क्या कर दिया आपने 10, 20,50 हज़ार जो लगे उस कागज को हटवाओ। इसके बाद एसडीम फिर सुर्खियों में आई थी और उन पर लगे आरोपों की उनकी ऑडियो से पुष्टि होती हुई भी नजर आ रही थी।हालांकि अब अपर जिला अधिकारी द्वारा की गई जांच में उन पर लगे कुछ आरोप सही पाए गए हैं जिसके बाद अब जिलाधिकारी की ओर से कार्रवाई को लेकर शासन को संस्तुति की गई है। अब देखना होगा कि क्या एसडीएम अरुणिमा श्रीवास्तव पर शासन क्या कार्यवाही करता है।
सवायजपुर एसडीएम भी रही अरुणिमा श्रीवास्तव…
वर्तमान समय में एसडीएम संडीला के पद पर कार्यरत अरुणिमा श्रीवास्तव सवायजपुर तहसील की तहसीलदार और प्रमोशन के बाद वही एसडीएम भी रही है। सवाजजपुर तहसील के गांव हथोड़ा निवासी अरुणेश चंद्र ने 16 जुलाई को लोकायुक्त को पत्र भेजकर एसडीएम पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। अरुणेश चंद्र का आरोप था कि एसडीएम द्वारा मिट्टी खनन कराकर सरकार को क्षति पहुंचाई गई है। कानून को ताक पर रखकर सरकारी भूमि पर रिश्वत लेकर भूमाफियाओं को कब्जा कराया है।
लोकायुक्त द्वारा एसडीएम अरुणिमा श्रीवास्तव पर लगे आरोपों की जांच के आदेश जिला अधिकारी को दिए गए थे जिसके बाद जिलाधिकारी द्वारा अपर जिलाधिकारी प्रियंका सिंह को मामले की जान सौप दी थी।अपर जिलाधिकारी की जांच में एसडीएम अरुणिमा श्रीवास्तव पर लगे कुछ आरोप में वह दोषी पाई गई है। इस मामले में अब कार्रवाई के लिए शासन को लिखा गया है। ऐसी उम्मीद है कि जल्द ही एसडीएम पर कार्यवाही होती हुई नजर आएगी। हरदोई में इससे पहले भी एसडीएम रही स्वाति शुक्ला और नायब तहसीलदार के पद पर काबिज रहे प्रतीक त्रिपाठी पर शासन ने कार्रवाई की थी।