पत्रकारिता जो कभी मिशन हुआ करता था, वह अब पूर्णतः ब्यवसाय बन चुका है। इसलिए स्वस्थ और स्वछन्द पत्रकारिता को जीवंत रखना है तो आमजन को भागीदार बनाना होगा। क्योंकि पत्रकारिता कारपोरेट घरानों की दहलीज पर दम तोड़ती नजर आ रही है। लोकतंत्र (Democracy) में मीडिया (Media) की भूमिका महत्वपूर्ण है। वक्त के साथ पत्रकारिता का स्तर बदल रहा है। मीडिया संस्थान आमजन तक खबर पहुंचने के बजाय व्यापारिक समझौते कर रहे हैं। पत्रकारिता कारपोरेट घरानों की चपेट में आती जा रही है। काले को सफेद और सफेद को काला करने का खेल पहले भी होता था और आज भी हो रहा है। इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा दर्शकों को उनकी इच्छानुसार खबरें न दिखाकर सिर्फ डिबेट के प्रोग्राम दिखाकर अपनी TRP बटोरने का कार्य जोरों पर है। प्रिंट मीडिया में भी पाठकों को उनकी समझ और रूचि के विपरीत अपने मन मुताविक खबरों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जाता है। वास्तविक खबर को गोल कर दिया जाता है। ऐसी विकट परिस्थियों में खुलासा इंडिया (Khulasa India) की स्थापना इस उद्देश्य के साथ की गई है कि हम पत्रकारिता जगत में भीड़ का हिस्सा न बनेगें और अपने को अलग रूप में स्थापित करेंगे। हमारे पास जैसे-जैसे संसाधन उपलब्ध होंगे, हम अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे। आप से गुजारिश है कि हमें पढ़ें और बेहतर करने का अपना सुझाव और सहयोग दें।