मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता का निधन, मेदांता में ली अंतिम सांस
राजनीति में चरखा दांव चलाने वाले मुलायम सिंह जीवनसंगिनी के मामले में मात खा गए और जीवन में दो पत्नियों के होते हुए भी एकाकी जीवन बिताने को हो गए हैं,मजबूर…
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता का शनिवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। तमाम जांच के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से शाम लगभग चार बजे साधना गुप्ता को मृत घोषित कर दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार साधना गुप्ता शुगर और फेफड़ों के संक्रमण की बीमारी से ग्रसित थीं। हालत बिगड़ने पर साधना को 1 जुलाई को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मेदांता में डॉ. सुशीला कटारिया की देखरेख में साधना इलाज चल रहा था। शुक्रवार रात साधना की हालत काफी गंभीर हो गई थी। गंभीर हालत को देखते हुए आईसीयू में रखा गया था। शनिवार सुबह से साधना की हालत बहुत गंभीर बनी हुई थी।
शनिवार को मुलायम सिंह यादव लगभग 11:30 बजे मेदांता पहुंचे थे। मुलायम सिंह यादव अपनी पत्नी को देखा और डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और इसके बाद अस्पताल से वापस लौट गए थे। दोपहर लगभग चार बजे मुलायम सिंह यादव की पत्नी का निधन हो गया। साधना गुप्ता का पार्थिव शरीर पहले दिल्ली और फिर उसके बाद सैफई ले जाया जाएगा। मुलायम सिंह यादव अभी दिल्ली में हैं।अखिलेश यादव भी लखनऊ से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। बता दें कि साधना गुप्ता समाजवादी पार्टी के संस्थापक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी। साधना गुप्ता समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की सौतेली मां हैं। साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक यादव है और बहू अपर्णा यादव हैं। साधना गुप्ता सियासत की चकाचौंध से स्वयं को दूर रखी थीं। साथ ही अपने नाम के आगे कभी यादव नहीं लिखा। जबकि मुलायम सिंह से जन्मा बेटा प्रतीक अपने नाम के आगे अपने पिता मुलायम सिंह यादव की टाइटिल अपनाया।
मुलायम सिंह यादव पहली पत्नी मालती यादव के जीवनकाल में ही हाईकोर्ट के मुकदमों की पैरबी करने के लिए अपने साथी अधिवक्ता के घर आते-जाते उनकी बहन साधना गुप्ता पर नेताजी का दिल आ गया था और शादीशुदा होते हुए भी मुलायम सिंह यादव साधना को पत्नी लखनऊ लाकर अपने पास रख लिए और पहली पत्नी मालती यादव उनके पैतृक गाँव सैफई में रहती थी। कई सालों तक नेताजी लुकाछुपी का खेल खेलते रहे, परन्तु मुलायम सिंह यादव के परम मित्र ठाकुर अमर सिंह ने लोकसभा चुनाव वर्ष-2004 में चुनाव में लगने वाले शपथ पत्र में साधना गुप्ता को मुलायम सिंह यादव ने अपनी पत्नी की संज्ञा प्रदान कर दी। इस बात से लखनऊ से लेकर सैफई तूफान खड़ा हो गया और अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह का जमकर विरोध किया था। मुलायम सिंह यादव की पत्नी होने के कारण साधना गुप्ता जरूर जानी जाती थीं, लेकिन सार्वजनिक जीवन में उनके साथ कम ही नजर आईं।