पूर्व मंत्री मोती सिंह के लाडले प्रमुख सुशील कुमार सिंह सहित पांच साथियों पर धोखाधड़ी व आतंक फैलाकर वसूली समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा... उत्तरप्रदेशप्रतापगढ़ ब्लॉक प्रमुख बाबा बेलखरनाथधाम सुशील कुमार सिंह और उनके भूमाफिया साथियों के खिलाफ पट्टी कोतवाली में दर्ज हुआ आतंक फैलाकर जबरन वसूली और धोखाधड़ी समेत अन्मुगंभीर धाराओं में मुकदमा, शुरू हुई उल्टी गिनती By Ramesh Tiwari Rajdar Last updated Jul 8, 2023 1,880 पट्टी विधानसभा में राजनीतिक संरक्षण के बीच भूमाफियाओं ने योगीराज में मचा रखा है, तांडव… कम समय में अरबपति बनने की शौक आज के युवाओं को रास आ गई है। पैसा कमाना और शौक शान करना हर ब्यक्ति की इच्छा होती है, परन्तु उसके लिए अपराध करना और उसे अपना स्टेट्स बनाना किसी भी रूप में उचित नहीं कहा जा सकता। ताजा मामला ऐसा ही है। करोड़ों रूपये की सम्पत्ति पर बाबा बेलखरनाथ धाम के ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह की नजर जब पड़ जाती है तो वह हटती नहीं, बल्कि उस पर टिकी रहती है। जिसका नतीजा यह हुआ कि बाबा बेलखरनाथ धाम के ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह सहित पांच साथियों पर पट्टी कोतवाली में अपराध संख्या- 0251/2023 आईपीसी की धारा- 386, 419, 420 व 506 के तहत गंभीर धाराओं में FIR दर्ज किया है। पट्टी कोतवाली में ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह पर मुकदमा लिखा जाना यह सिद्ध करता है कि पूर्व मंत्री मोती सिंह के इशारे पर ही उपरोक्त मुकदमा दर्ज हुआ है। क्योंकि पूर्व मंत्री मोती सिंह की छवि लगातार ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह धूमिल करने में जुटे थे, जिसके नुकसान का आंकलन पूर्व मंत्री मोती सिंह को अब हुआ है। ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह पर आरोप है कि वह अपने खास लोगों के नाम बिना कब्जा इकरारनामा लेकर किसी भूमि अथवा भवन पर कब्जा करने का धंधा खोल रखे हैं। इस अवैध कार्य में स्थानीय प्रशासन उनकी दिल खोलकर मदद करता रहा, परन्तु कल दिनांक- 03/07/2023 को पट्टी खास में रायपुर रोड निवासी यासीन पुत्र खुदाबख्श ने तहरीर देकर आरोप लगाया है कि रायपुर रोड पर उसके बैनामे की भूमि और भवन पर जबरन कब्जा करने की नियत से अपने आदमियों के नाम फेंक एग्रीमेंट कराकर ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह उस लगातार दबाव बना रहे थे। वादी मुकदमा यासीन के मुताविक दिनांक- 01/07/2023 को ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह ने उसे अपने रामकोला आवास पर बुलाया और यासीन से कहा कि मामला हमारे संज्ञान में आ गया है, यदि तुम अपनी बैनामा शुदा जमीन पर कब्जा चाहते हो तो 15 लाख रूपये लाकर दो, नहीं तो मैं स्वयं तुम्हारी बैनामा शुदा भूमि कब्जा कर लूंगा और तुम मुकदमा लड़ते रहोगे। वादी मुकदमा यासीन की बैटन पर भरोसा करें तो उसके मुताविक ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह की टीम में हरीश उर्फ पन्ने जायसवाल, संतोष सिंह, अजय उर्फ टक्कू सिंह, देवेश उर्फ भोले सिंह शामिल हैं। यासीन ने अपने तहरीर में आरोप लगाया है कि ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह के आतंक धन उगाही/फिरौती व अवैध कब्जा की धमकी से बहुत भयभीत है। यासीन की तहरीर पर पट्टी कोतवाली में मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया है, वशर्ते तहरीर में वर्णित देवेश उर्फ भोले सिंह के नाम को आरोपी नहीं बनाना गया है। जो चिंता का विषय है। फेंक एग्रीमेंट करने वाले बकरीदी को तो आरोपी बनाया गया है। तहरीर में जितने आरोपी बनाये गए हैं, उसके मुताविक सभी आरोपियों के नाम दर्ज होने चाहिए, परन्तु जब मुकदमा लिखने में ही गलती शुरू कर दी गई है तो निष्पक्ष विवेचना की बात सोचना भी ब्यर्थ है। पट्टी रायपुर रोड निवासी बकरीदी ने संतोष सिंह को एग्रीमेंट किया है। फिर इस प्रकरण में ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह का आना ये तय करता है कि भूमाफियाओं की एक गिरोह है, जिसके सरगना स्वयं ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह हैं। पट्टी टाउन एरिया है और तहसील मुख्यालय भी है। सीओ और एसडीएम मुख्यालय पर रहते हैं। पट्टी में सपा विधायक रामसिंह पटेल हैं जो पूर्व सांसद बालकुमार पटेल के बेटे हैं और बीहड़ के दुर्दांत डकैत ददुआ का भतीजा है। भाजपा के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री मोती सिंह को वह दो बार शिकस्त देकर पट्टी का विधायक बना। पट्टी विधानसभा के रहने वालों का मानना है कि राम सिंह पटेल की जीत और मोती सिंह की करारी हार की सिर्फ और सिर्फ एक वजह है। वह है, पूर्व मंत्री मोती सिंह के लाडले ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह के आतंक का परिणाम। पूर्व मंत्री मोती सिंह के सम्बन्धों की वजह से ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह पर पुलिस और जिला प्रशासन किसी भी कार्रवाई से डरता है और उसी का फायदा उठाकर पट्टी विधानसभा में सुशील कुमार सिंह जबरन जमीन और मकान कब्जा करने का खेल खेलते हैं। ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह द्वारा संतोष सिंह निवासी- बीबीपुर और अजय उर्फ टक्कू सिंह निवासी-चरैया के नाम बिना कब्जा एग्रीमेंट कराकर बेश कीमती भूमि और भवन पर जबरन कब्जा करने का गोरखधंधा किया जाता है। रायपुर रोड पर बहुता के पूर्व प्रधान विनोद कुमार पांडेय उर्फ बबलू और परिवार के परमानन्द पांडेय की जमीन और दुकान भूमाफियाओं के दम पर जबरन कब्जा करने का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ कि रायपुर रोड पर दूसरा मामला प्रकाश में आ गया। बस अंतर इतना है कि इस बार पट्टी कोतवाली पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा लिखकर उनकी उल्टी गिनती शुरू कर दी है। इसके पहले रायपुर रोड पर ही अपने दबंग साथियों संग जबरन कब्ज़ा करने पहुंचे ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह पर पथराव भी हुआ था। ये तो अच्छा हुआ कि उस समय ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह किसी तरह अपनी व अपने साथियों की जान बचाकर भागे निकले थे। घटना स्थल पर सीसीटीवी कैमरा लगा था और उस घटना की फुटेज सोशल मीडिया में वायरल हो गई थी, जिससे उनकी क्षेत्र में बहुत बदनामी हुई थी। साथ ही पूर्व मंत्री मोती सिंह की भी भद्द पिटी थी। फिर भी पूर्व मंत्री मोती सिंह उस घटना को भी नजरंदाज कर गए थे। ऐसा करने से ब्लॉक प्रमुख सुशील कुमार सिंह मनबढ़ होते गए और फेंक एग्रीमेंट कराकर जबरन जमीन पर अवैध कब्जा करना पेशा बन गया। पूर्व मंत्री मोती सिंह ने पट्टी के स्थानीय प्रशासन व पुलिस महकमें से दो टूक में कह दिया है कि बिना कब्जा एग्रीमेंट के जरिये कोई भी ब्यक्ति यदि किसी की भी भूमि और भवन पर कब्जा करने जाए तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये। नाम न छापने की शर्त पर यह जानकारी खुलासा इंडिया टीम को दी गयी है। अपराध 1,880 Share