गलत वरासत करने पर लेखपाल हुए निलंबित, तहसीलदार की जांच में पाया गया गलत आदेश
सीतापुर जिले के कबरा में गलत तरीके से वरासत करने का मामला सामने आया है। इसकी जांच कर नायब तहसीलदार ने रिपोर्ट तहसीलदार को सौंपी थी। तहसीलदार ने वरासत आदेश निरस्त कर लेखपाल पर कार्रवाई की संस्तुति की थी। इसके बाद एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है। कबरा के स्वर्गीय तुलसी पुत्र चौधरी के स्थान पर सुकई पुत्र ढोंढ़े के नाम जमीन की वरासत कर दी गई थी, जबकि वह तुलसी के परिवार के भी नहीं हैं। तुलसी के परिवारीजन ने विधायक मनीष रावत से शिकायत की थी। विधायक ने एसडीएम राखी वर्मा को जांच कराने के लिए निर्देशित किया था। इसकी जांच नायब तहसीलदार विनोद कुमार को सौंपी गयी थी। नायब तहसीलदार ने जांच रिपोर्ट में कहा कि लेखपाल संतोष कुमार ने तुलसी पुत्र चौधरी के स्थान पर सुकई पुत्र ढोंढ़े के नाम वरासत कर दी।
ग्रामीणों का बयान दर्ज किया गया, जिसमें गलत वरासत करने की पुष्टि हुई। वरासत का आदेश पूरी तरह त्रुटिपूर्ण बताया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर तहसीलदार विनोद कुमार सिंह ने वरासत आदेश को निरस्त कर लेखपाल पर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की थी। इसके बाद एसडीएम ने निलंबन की कार्रवाई की है। तहसीलदार विनोद कुमार सिंह ने कहा कि गलत वरासत की जांच के बाद वरासत आदेश को निरस्त कर दिया गया है। लेखपाल पर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है। वहीं, एसडीएम राखी वर्मा ने कहा कि कबरा गांव में गलत वरासत का मामला सामने आया था। जांच के बाद लेखपाल संतोष कुमार को निलंबित कर दिया गया है।