मेजर भाई को आखरी मेसेज लिख- भइया! मां का ख्याल रखना, फिर पैर से ट्रिगर दबाकर युवक ने खुद को उड़ाया
फर्रूखाबाद जिले में फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला दुर्गा कोलानी निवासी एएसआई राकेश दुबे के पुत्र सौरभ ने आत्महत्या करने का घातक कदम क्यों उठाया। जबकि परिवार में रुपये पैसे की कोई कमी नहीं थी। भाई आलोक सेना में मेजर, मां कृष्णा देवी प्राइमरी स्कूल में प्रधानाध्यापक है। सौरभ की आर्मी स्कूल में नौकरी लग गई थी। सौरभ ने मां से कहा कि पहले जिस स्कूल में पढ़ाई की, आज उसमें ही पढ़ाने का मौका मिला रहा है।
ऐसे में वह नौकरी को लेकर भी उत्साहित था, लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ, जिसने सौरभ को शुक्रवार की भोर भाई आलोक को फोन कर बात करने पर विवश कर दिया। भाई का फोन नहीं उठने पर उसने मैसेज डाला था। रात को वह मां से पेट दर्द होने की बात कहकर आखिर किससे मोबाइल पर बात करने गया था। यह प्रश्न परिवार और पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है। ऐसे में हो सकता है कि वह रात से परेशान रहा हो। पुलिस इन सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है।
एक खोखा और एक कारतूस बरामद…
प्रभारी इंस्पेक्टर अपराध कमलेश कुमार ने बताया कि सौरभ ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। उसके मोबाइल से डाटा रिकवर करके पूरे मामले की जांच की जाएगी। पुलिस व फोरेंसिक टीम ने मौके पर जांच पड़ताल की। पुलिस ने बंदूक को कब्जे में ले लिया है। उसमें एक खोखा व एक कारतूस पाया गया।
दोनाली बंदूक से गोली मारकर की आत्महत्या…
सेना में मेजर के भाई ने दोनाली बंदूक से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले युवक ने भाई के मोबाइल पर मैसेज भेजा कि मैं जा रहा हूं, मां का ख्याल रखना। मोबाइल का डेटा डिलीट कर उसको साइलेंट मोड पर लगा दिया था। गोली की आवाज सुनकर मां ने मेजर पुत्र को घटना की जानकारी दी।
मेजर डॉक्टर के पद पर तैनात है भाई…
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला दुर्गा कॉलोनी निवासी राकेश दुबे सेना से सेवानिवृत्त हैं। वर्तमान में दिल्ली में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। पत्नी कृष्णा देवी लखमीपुर प्राइमरी स्कूल में प्रधानाध्यापिका हैं। भाई आलोक दुबे सिख लाईट रेजिमेंट सेंटर में मेजर डॉक्टर के पद पर तैनात हैं। आलोक रात्रि की ड्यूटी पर गए हुए थे।
आर्मी स्कूल में लग गई थी नौकरी…
घर में सौरभ दुबे (26) मां कृष्णा देवी के साथ मौजूद था। सौरभ की आर्मी स्कूल में शिक्षक के पद पर नौकरी लग गई थी। शनिवार को उसको स्कूल में ज्वाइन करना था। सौरभ मां कृष्णा देवी के कमरे में ही सोता था। गुरुवार की रात सौरभ ने मां से कहा कि पेट में दर्द हो रहा है। छत पर टहलने जा रहा हूं।
भाई को मैसेज भेजा- मैं जा रहा हूं मां का ख्याल रखना…
इसके बाद सौरभ मोबाइल लेकर छत पर चला गया। कुछ देर बाद वापस आकर कमरे में सो गया। सौरभ ने सुबह करीब चार बजे आलोक को फोन किया। कॉल रिसीव नहीं होने पर भाई आलोक को 4.17 बजे मैसेज भेजा। सौरभ ने दूसरे कमरे से पिता की लाइसेंसी बंदूक निकाली। जीने में पैर से ट्रिगर दबाकर माथे पर गोली मार ली।
लहूलुहान हालत में बरामदे में आकर गिरा…
गोली लगने के बाद सौरभ लहूलुहान हालत में जीने से नीचे बरामदे में आकर गिर पड़ा। गोली की आवाज सुनकर मां कृष्णा देवी कमरे से बाहर आई। खून से लथपथ पुत्र को देखकर बेहाल हो गई। उन्होंने मेजर पुत्र को घटना की जानकारी दी। आलोक मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
दाहिनी आंख के पास लगी थी गोली…
सीओ सिटी प्रदीप कुमार सिंह व इंस्पेक्टर अपराध कमलेश कुमार मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बंदूक को कब्जे में ले लिया। उसमें एक खोखा व एक कारतूस पाया गया। पोस्टमार्टम में सौरभ की मौत दाहिनी आंख के पास गोली लगने से अधिक खून बहने के कारण हुई है। गोली आर-पार हो गई थी। एक छर्रा फंसा हुआ मिला है।